Edited By Updated: 30 Apr, 2016 01:23 PM
दीनानगर पुलिस थाना व जिला पठानकोट के एयरबेस पर ....
सुजानपुर (ज्योति, बख्शी): दीनानगर पुलिस थाना व जिला पठानकोट के एयरबेस पर आतंकी हमले के बाद जहां जिला पुलिस प्रशासन व रेलवे पुलिस की ओर से सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं । रेलवे विभाग की ओर से सुरक्षा हेतु किए गए सुरक्षा प्रबंध खोखले साबित हो रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण पंजाब और जम्मू-कश्मीर के प्रवेशद्वार माधोपुर स्थित रावी दरिया पर बने रेलवे पुल, जिसे अति-संवेदनशील स्थान माना जाता है, की सुरक्षा व्यवस्था से लगाया जा सकता है।
जिक्रयोग्य है कि उक्त रावी दरिया पुल के नीचे से कई गाडियां अवैध रूप से निकल रही हैं । इसकी आड़ में संदिग्धों द्वारा कभी भी पुल को नुक्सान पहुंचाया जा सकता है परंतु संबंधित रेलवे विभाग की ओर से इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। वहीं विभाग की ओर से पुलिस की सुरक्षा हेतु पुल के साथ ही एक पुलिस चौकी भी बनाई गई है जिसके द्वारा पुल की सुरक्षा हेतु देख-रेख की जाती है। उक्त स्थल का दौरा किया गया तो मौके पर चौकी पर मात्र एक ही कर्मचारी था, जो सो रहा था जबकि अन्य कोई भी कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं था।
रेलवे विभाग की ओर से आपातस्थिति से निपटने हेतु बंकर तो अवश्य बनाए गए हैं लेकिन वे भी अपनी हालत पर आंसू बहा रहे हैं। उनमें भी विभाग का कोई भी कर्मचारी तैनात नहीं था। जब दीनानगर पुलिस थाने पर आतंकी हमला हुआ था तो उस दौरान आतंकियों की ओर से रेलवे को नुक्सान पहुंचाने हेतु परमानंद के समीप रेलवे पुल नं. 236 पर 5 बम लगाए गए थे परंतु समय रहते स्थानीय व्यक्ति की ओर से उक्त बमों को मौके पर देख लिया गया था।
रेलवे विभाग ने उस ट्रैक पर गाडिय़ों का लम्बे समय तक आवागमन बंद कर दिया था। तब एक बड़ा हादसा होने से टल गया था। वहीं इस मामले संबंधी ट्रेडर यूनियन के अध्यक्ष धर्मपाल रोडा ने कहा कि पुल की सुरक्षा को देखते हुए रेलवे विभाग को सुरक्षा के कड़े प्रबंध करने चाहिएं ।