Edited By Updated: 01 Oct, 2016 01:41 AM
पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन समय-समय पर अपनी गलतियों के कारण चर्चा में रहता है परंतु अब इस...
गुरदासपुर(विनोद): पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन समय-समय पर अपनी गलतियों के कारण चर्चा में रहता है परंतु अब इस विभाग ने कुछ ऐसा कमाल कर दिखाया है कि जो भी सुनेगा, हैरान रह जाएगा। पावर कॉर्पोरेशन ने जिस बिजली मीटर को फरवरी 2015 को उतार लिया था, उससे बिजली चोरी संबंधी अगस्त 2016 में एफ.आई.आर. दर्ज करवा कर एक ऐसे व्यक्ति को परेशान किया जा रहा है जो गांव को 1990 में ही छोड़ चुका है।
इस संबंधी पीड़ित व्यक्ति बहादुर सिंह, रूलिया राम कालोनी गुरदासपुर ने बताया कि गांव नैनाकोट में उनका पुश्तैनी घर था, जिसमें मीटर नंबर एम.एक्स.-27/278 उनके नाम पर लगा हुआ था। वह 1990 में गांव छोड़ गुरदासपुर आ गए तथा इस मीटर का प्रयोग उनका भाई अरविन्द्र पाल सिंह करता रहा, परंतु मई 1998 में उसने अपने हिस्से का मकान पृथी पाल सिंह को बेच दिया तथा उसके बाद अरविन्द्र सिंह तथा पृथीपाल सिंह इस मीटर से बिजली सप्लाई लेते रहे परंतु बाद में पृथी पाल सिंह ने अपने घर में अलग से मीटर लगवा लिया तथा मीटर का प्रयोग केवल मेरा भाई अरविन्द्र सिंह करता रहा।
इस पर उन्होंने 14 नवम्बर 2014 को सुपरिंटैंडैंट इंजीनियर गुरदासपुर को पत्र लिख कर गांव नैनाकोट में उसके नाम पर चल रहे मीटर का कनैक्शन काटने का आवेदन दिया। इस पर पी.पी.पी.ओ. नंबर 45/1035 तिथि 12 फरवरी 2015 को उक्त मीटर को विभाग ने उतार लिया। इस आदेश पर उसके भाई अरविन्द्र सिंह के हस्ताक्षर भी करवा लिए गए। इसकी सूचना मुझे भी लिखित सुपरिंटैंडैंट इंजीनियर कार्यालय से उनमें पत्र नंबर 11350 तिथि 17-6-2015 अनुसार दी गई।
पीड़ित बहादुर सिंह ने आरोप लगाया कि अब उनके पास बिजली बोर्ड द्वारा स्थापित पुलिस स्टेशन से एक कर्मचारी आया जिसने कहा कि उसके विरुद्ध गांव नैनाकोट में उसके नाम पर लगे बिजली मीटर से बिजली चोरी करने की एफ.आई.आर. दर्ज हुई है तथा पुलिस स्टेशन में पेश हुआ जाए। दर्ज एफ.आई.आर. के अनुसार उसके नाम का मीटर, जो फरवरी 2015 में उतार लिया गया था, के बारे में कहा गया है कि वह गांव में मेरी हवेली में लगा है तथा 3 अगस्त 2016 को चैक करने पर उस मीटर से बिजली चोरी होती पाई गई है। इस संबंधी एफ.आई.आर.संबंधित विभाग के एस.डी.ओ. काहनूवान के आदेश पर की गई।
दूसरी ओर इस दर्ज एफ.आई.आर. के विरोध में गांव नैनाकोट की समूह पंचायत तथा गांव के लोगों ने एक प्रस्ताव पास कर आरोप लगाया कि एस.डी.ओ. काहनूवान द्वारा जो एफ.आई.आर. दर्ज करवाई गई है, उसमें जिस हवेली में मीटर लगे होने की जिक्र किया गया है, वह हवेली सालों से बेआबाद है तथा वहां कोई नहीं रहता। हवेली में मीटर लगा होना तो दूर की बात, उसमें तो वायरिंग तक नहीं है। जो मीटर अरविन्द्र सिंह के घर से फरवरी 2015 में उतार लिया गया था उस मीटर पर से साल 2016 में बिजली चोरी कैसे हो सकती है?