Edited By Updated: 11 Aug, 2016 12:33 PM
मूसलाधार बरसात ने जहां नए रिकार्ड स्थापित...
पठानकोट/नंगलभूर (शारदा): मूसलाधार बरसात ने जहां नए रिकार्ड स्थापित किए वहीं कई स्थानों, विशेषकर संलग्र गांवों में वह बाढ़ की स्थिति पैदा कर गई, जहां अभी तक जल स्तर नहीं घटा है।
नगर से करीब 20 किलोमीटर दूरी पर बसे व ब्यास दरिया से महज 500 मीटर दूरी पर स्थित गांव धमोता व मीलवां में भी इन्द्रदेव ने काफी कहर बरपाया वहीं, प्रदेश सरकार की स्थिति यह है कि उपरोक्त गांवों के बाढ़ प्रभावितों की सुध लेने के लिए आज तक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचा। प्रशासन की निष्क्रियता को लेकर प्रभावित गांवों की जनता आक्रोषित है।
गांववासियों ने रोष व्यक्त करते कहा कि उनके द्वारा कई बार प्रशासन व सरकार से गुहार लगाई गई थी कि ब्यास नदी के समीप पक्की धुस्सी बनाई जाए परंतु हर बार उन्हें सिवाय आश्वासनों के और कुछ हासिल नहीं हुआ। अत: गांव वासियों ने ही अपने दम पर 500 मीटर ऊंची धुस्सी का निर्माण करवाया था जिस पर लगभग 10 लाख रुपए व्यय किए गए थे परंतु प्रशासन की उपेक्षा के चलते तथा मूसलाधार बारिश होने के कारण उक्त धुस्सी टूट गई।
बारिश का सारा पानी गांव वासियों के घरों में घुस गया जिससे उनका घरेलू सामान, राशन व फसल सब पानी की भेंट चढ़ गए। वहीं दूसरी ओर जब विधायक मनोहर धीमान से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि विपदा की घड़ी में उनकी सहानभूति बाढग़्रस्त क्षेत्र की जनता के साथ है।