Edited By Updated: 04 Jun, 2016 03:47 PM
पंजाब में गत समय भर्ती किए गए क्लर्कों में से डिस्टैंस एजुकेशन द्वारा ग्रैजुएशन करने वाले उम्मीदवारों की नियुक्ति
फरीदकोट(हाली) : पंजाब में गत समय भर्ती किए गए क्लर्कों में से डिस्टैंस एजुकेशन द्वारा ग्रैजुएशन करने वाले उम्मीदवारों की नियुक्ति सरकार द्वारा न करने उपरांत अब इसी प्रणाली द्वारा पोस्ट ग्रैजुएशन करने वाले अध्यापकों पर भी तरक्की न होने की तलवार लटक गई है और पंजाब शिक्षा विभाग ने राज्य के ऐसे 1200 अध्यापकों को तरक्की देने से इंकार कर दिया है।
स्कूल शिक्षा विभाग ने मास्टर कैडर में से लैक्चरार के तौर पर तरक्की देने के लिए 2400 के करीब सरकारी स्कूल अध्यापकों की सूची तैयार की है, मगर 1200 अध्यापकों को तरक्की न देने का फैसला इसलिए किया क्योंकि उन्होंने राज्य से बाहरी यूनिवर्सिटीज से डिस्टैंस प्रणाली द्वारा डिग्रियां हासिल की हैं। सूत्रों के अनुसार यू.जी.सी व डिस्टैंस एजुकेशन कौंसिल की नीति अनुसार राज्य से बाहरी यूनिवर्सिटीज से डिस्टैंस प्रणाली द्वारा डिग्रियां लेने वाले तरक्की के हकदार नहीं हैं। इस प्रति यू.जी.सी. ने नवम्बर 2012 व डी.ई.सी. ने जून 2013 में नोटीफिकेशन जारी किए थे।
इससे पहले पंजाब सरकार ने इसी तरह का फैसला क्लर्कों की भर्ती में भी लिया था, जिस दौरान 192 उम्मीदवार ऐसे नौकरी से वंचित रह गए जो परीक्षा पास करके मैरिट सूची में तो आ गए, मगर उनकी डिग्रियां पंजाब से बाहरी यूनिवर्सिटी की होने के कारण उनकी नियुक्ति नहीं हो सकी। इस संबंधी जब फरीदकोट जिले के शिक्षा अधिकारियों से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने सरकार के इस फैसले की पुष्टि की और बताया कि इससे फरीदकोट में 20 के करीब अध्यापक प्रभावित हुए हैं।