Edited By Anjna,Updated: 26 Apr, 2018 03:12 PM
गांव उदेकरन व चढ़ेवान में बिजली की स्पार्किं ग के चलते लगी भयानक आग के कारण करीब 350 एकड़ नाड जल कर राख हो गई जिस कारण किसानों का लगभग 15 लाख रुपए का नुक्सान होने का अनुमान है। तेज हवाओं के चलते देखते ही देखते आग ने भयानक रूप धारण कर लिया और यह आग...
श्री मुक्तसर साहिब (तनेजा): गांव उदेकरन व चढ़ेवान में बिजली की स्पार्किं ग के चलते लगी भयानक आग के कारण करीब 350 एकड़ नाड जल कर राख हो गई जिस कारण किसानों का लगभग 15 लाख रुपए का नुक्सान होने का अनुमान है। तेज हवाओं के चलते देखते ही देखते आग ने भयानक रूप धारण कर लिया और यह आग कस्सी के साथ-साथ होती हुई गांव चढ़ेवान तक फैल गई।
आग लगने की घटना का पता लगते ही लोगों ने तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी जिस पर फायर ब्रिगेड की दो गाडिय़ां मौके पर पहुंची और आग पर काबू डालना शुरू किया। आग इतनी भयानक थी कि फायर ब्रिगेड की दो गाडिय़ों के अतिरिक्त गांव निवासियों ने 20 से 25 तवियों वाले ट्रैक्टर के साथ-साथ वृक्षों की टहनियों से आग पर काबू डालना शुरू कर दिया। जिस के चलते दो से अढ़ाई घंटों की कड़ी मुशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया परंतु इस आग के साथ नाड़ के अलावा खेतों में खड़े पेड़ भी जल गए। मौके पर पहुंचे पटवारी परमजीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस आग के कारण गांव उदेकरन के किसान सूबा सिंह की 40 एकड़, जरनैल सिंह की 40 एकड़, हरनेक सिंह पुत्र जोगिन्द्र सिंह की 30 एकड़, रविन्द्र सिंह पुत्र अजीत सिंह की 40 एकड़, सुखदेव सिंह का 35 एकड़ और जसकरन सिंह की 37 एकड़ नाड़ जल कर राख हो गई। इस आग के कारण जरनैल सिंह का जैनरेटर भी जल गया।
इसी तरह ही गांव चढ़ेवान के बलजीत सिंह की 10 एकड़, हरदयाल सिंह की 6 एकड़, कुलदीप सिंह की 4 एकड़ और सुखदेव सिंह की 18 एकड़ नाड भी जल कर राख हो गई जबकि इसके अलावा कई अन्य किसानों की भी नाड़ इस आग की चपेट में आ गई है। इस आग के कारण गांव उदेकरन के साथ-साथ कस्सी व गांव चढ़ेवान में भी नाड़ और वृक्षों का भारी नुक्सान हुआ है। वहीं गांव भागसर में आज दोपहर समय चिबड़ांवाली को जाने वाले रास्ते पर स्थित बिजली ग्रिड के पास एक किसान के खेत में गेहूं के नाड़ को आग लग गई जिससे करीब 4 एकड़ गेहूं का नाड़ जल गया। जानकारी अनुसार यह खेत नीटा सिंह पुत्र पप्पू सिंह का है। आग लगने का कारण बिजली की तारों में शार्ट सर्कट होना बताया जा रहा है। मौके पर बड़ी संख्या में किसानों ने एकत्रित होकर ट्रैक्टर से खेत को जोतना शुरू कर दिया जिस कारण और ज्यादा नुक्सान होने से बच गया।