Edited By Anjna,Updated: 08 Jun, 2018 11:50 AM
राज्य भर की 54 हजार आंगनबाड़ी वर्कर्ज व हैल्पर्ज के हकों की खातिर सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ रही ऑल पंजाब आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन द्वारा अपनी मांगें मनवाने के लिए अब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की महिला मित्र अरूसा आलम के नाम रक्त से लिखकर...
श्री मुक्तसर साहिब(तनेजा): राज्य भर की 54 हजार आंगनबाड़ी वर्कर्ज व हैल्पर्ज के हकों की खातिर सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ रही ऑल पंजाब आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन द्वारा अपनी मांगें मनवाने के लिए अब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की महिला मित्र अरूसा आलम के नाम रक्त से लिखकर मांग पत्र भेजे जाएंगे। उपरोक्त जानकारी आज यहां यूनियन की प्रांतीय कार्यालय सचिव शिंदरपाल कौर थांदेवाला ने दी।
उन्होंने बताया कि यह फैसला यूनियन की राष्ट्रीय अध्यक्ष हरगोबिंद कौर की अध्यक्षता में बठिंडा में की गई प्रांतीय कमेटी की बैठक में लिया गया है। उन्होंने कहा कि संगठन लंबे समय से अपनी मांगें मनवाने के लिए संघर्ष कर रहा है परंतु राज्य की कांग्रेस सरकार ने उनकी कोई बात नहीं सुनी जबकि कांग्रेसी विधायकों, मंत्रियों व मैंबर पार्लियामैंट के घरों समक्ष जाकर भी रोष प्रदर्शन किया गया है व भूख हड़ताल की है।
उन्होंने कहा कि सरकार के कान तक बात पहुंचाने के लिए संगठन ने नायब तहसीलदार से लेकर मैंबर पार्लियामैंट तक मांग पत्र मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह को भेजे हैं परंतु उनकी बात नहीं सुनी गई, जिस कारण राज्य कमेटी ने यह फैसला किया है कि अब अरूसा आलम को रक्त से मांग पत्र लिखकर भेजे जाएंगे। उन्होंने बताया कि जो प्रोग्राम तय किया गया है, उस अनुसार 11 से 15 जून तक राज्य के सभी जिलों के डी.सी. कार्यालयों के समक्ष रोष प्रदर्शन किया जाएगा व पांचों ही दिन अरूसा आलम को रक्त से लिखे पत्र भेजे जाएंगे।
उन्होंने कहा कि अगर अरूसा आलम के कहने पर भी मुख्यमंत्री उनकी मांगों को नहीं मानते तो फिर बठिंडा में चल रहे रोष धरने को 16 जून से भूख हड़ताल में तबदील कर दिया जाएगा। इस समय यूनियन के नेता गगन मल्लन व अन्य मौजूद थे।