Edited By swetha,Updated: 18 Dec, 2018 11:31 AM
: भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के नेतृत्व में किसानों ने तेल कीमतों और महंगे होते खेती यंत्रों के विरोध में शहरों में ट्रैक्टरों पर रोष मार्च करने के बाद ट्रैक्टरों
की चाबियां प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपी और
संगरूर(बेदी,): भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के नेतृत्व में किसानों ने तेल कीमतों और महंगे होते खेती यंत्रों के विरोध में शहरों में ट्रैक्टरों पर रोष मार्च करने के बाद ट्रैक्टरों
की चाबियां प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपी और प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम मांग पत्र भेजे। नेताओं ने संबोधित करते कहा कि सरकार के पास अपने विधायकों के वेतन और भत्ते बढ़ाने के लिए पैसे हैं परन्तु अध्यापकों, आंगनबाड़ी वर्करों, आशा वर्करों व अन्य कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसे नही हैं जिसकी किसान यूनियन ङ्क्षनदा करती है।
ये हैं नेताओं की मांगें
*डीजल और पैट्रोल की कीमतों पर पड़ोसी राज्यों की अपेक्षा क्रमवार 4 और 10 रुपए ज्यादा वैट है व किसानों को टैक्स मुक्त डीजल दिया जाए।
*किसानों-मजदूरों का पूरा कर्जा माफ किया जाए।
*केंद्रीय बजट का 65 प्रतिशत हिस्सा किसानी के लिए रखा जाए।
*गन्नों की पिछले साल की बकाया राशि का जल्द भुगतान किया जाए।
*आवारा पशुओं का स्थायी हल किया जाए।