Edited By bharti,Updated: 19 Nov, 2018 12:47 PM
स्थानीय शहर के नजदीक गांव नागरा में आर्थिक तंगी के चलते एक किसान द्वारा कोई जहरीली दवाई पीकर स्वयं की...
भवानीगढ़ (कांसल, संजीव, विकास): स्थानीय शहर के नजदीक गांव नागरा में आर्थिक तंगी के चलते एक किसान द्वारा कोई जहरीली दवाई पीकर स्वयं की जीवन लीला खत्म कर लेने का समाचार प्राप्त हुआ है। भारतीय किसान यूनियन राजेवाल की गांव इकाई के प्रधान दरबारा सिंह ने बताया कि किसान परगट सिंह उर्फ बावा पुत्र निरंजन सिंह निवासी गांव नागरा जोकि खेती के साथ-साथ घर का गुजारा चलाने के लिए गांव घराचों में एक प्राइवेट स्कूल की बस चलाने का भी काम करता था, ने बीते दिन अपने खेत जाकर कोई जहरीली दवाई पी ली, जिसको इलाज के लिए संगरूर के एक निजी अस्पताल मे भर्ती करवाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
किसान नेताओ ने बताया कि परगट सिंह के पास मात्र 15-16 बीघा ही जमीन है और घर में बहुत ज्यादा आर्थिक तंगी होने से उस पर अलग-अलग सरकारी बैंकों व गैर-सरकारी बैंकों पर 7 से 8 लाख रुपए का कर्ज भी चढ़ा हुआ था जिस कारण वह मानसिक तौर पर काफी परेशान रहता था। आर्थिक तंगी के कारण ही उसने कोई जहरीली दवाई पीकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने 174 की कार्रवाई करते हुए मृतक का पोस्टमार्टम करवाने के बाद लाश को पारिवारिक सदस्यो को सौंप दिया। मृतक अपने पीछे 3 बच्चे दो बड़ी लड़कियां और एक लड़का छोड़ गया है। किसान नेताअओं ने सरकार से मांग की कि मृतक के परिवार को 10 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए व सभी कर्जे माफ किए जाएं।