Edited By swetha,Updated: 24 Sep, 2018 01:45 PM
लगातार दो दिन से जारी बारिश के कारण जहां महानगर में कई स्थानों पर सड़कें धंसने व इमारतें गिरने के समाचार मिल रहे हैं तो वहीं उत्तर भारत की सबसे बड़ी अनाज मंडियों में से एक भगतांवाला अनाज मंडी पानी भरने से बासमती चावल की 70 हजार बोरियां पानी में...
अमृतसर(नीरज): लगातार दो दिन से जारी बारिश के कारण जहां महानगर में कई स्थानों पर सड़कें धंसने व इमारतें गिरने के समाचार मिल रहे हैं तो वहीं उत्तर भारत की सबसे बड़ी अनाज मंडियों में से एक भगतांवाला अनाज मंडी पानी भरने से बासमती चावल की 70 हजार बोरियां पानी में डूबने का समाचार मिला है।
यह हालात इसलिए बने हैं क्योंकि मंडी में पानी की निकासी वाला सीवरेज ठप्प पड़ा था इस बाबत मंडी के आढ़तियों की तरफ से मंडी बोर्ड व मार्कीट कमेटी अमृतसर के अधिकारियों को भी सचेत किया गया था, लेकिन अधिकारियों ने लापरवाही दिखाते हुए सीवरेज खुलाने की तरफ कोई ध्यान ही नहीं दिया। भगतांवाला अनाज मंडी के पूर्व अध्यक्ष नरेन्द्र बहल ने बताया कि इन दिनों राइस शैलरों की डिमांड वाली बासमती 509 की आमद शुरु हो जाती है क्योंकि यह बासमती एक्सपोर्ट क्वालिटी की होती है इस बाबत मंडी के मार्कीट कमेटी अधिकारियों को जानकारी दी गई थी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। खेतीबाड़ी माहिरों का कहना है कि यदि एक दिन और बारिश पड़ती है तो धान डिस्कलर हो जाएगी जिसको सरकारी खरीद एजैंसियां नहीं खरीद पाएंगी।
मंडी बोर्ड के प्रबंधों की भी पोल खुली
धान की फसल खड़ी है और लगभग पकने वाली है पंजाब सरकार की तरफ से समूह डिप्टी कमिशनरों के जरिए मंडीबोर्ड के अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं कि वह अनाज मंडियों में फसल की आमद संबंधी तैयारी पूरी करें इस तैयारी में मंडी में सफाई सीवरेज व्यवस्था, पानी पीने की सुविधा, तिरपालें, किसानों के लिए शैड आदि की व्यवस्था करना रहता है लेकिन इस बारिश ने मंडीबोर्ड के प्रबंधों की भी पोल खोलकर रख दी है।