Edited By swetha,Updated: 23 May, 2018 05:01 PM
पाकिस्तान के अनेक क्षेत्रों में गत कई वर्षों से आतंकवाद की नर्सरी के कई केंद्र ‘आतंकी प्रशिक्षण केंद्र’ चल रहे हैं जिन पर अनेक खतरनाक आतंकी संगठन एशिया में आतंकवाद का तांडव कर रहे हैं जिसमें सबसे ज्यादा प्रभावित भारत हो रहा है।
अमृतसर (कक्कड़): पाकिस्तान के अनेक क्षेत्रों में गत कई वर्षों से आतंकवाद की नर्सरी के कई केंद्र ‘आतंकी प्रशिक्षण केंद्र’ चल रहे हैं जिन पर अनेक खतरनाक आतंकी संगठन एशिया में आतंकवाद का तांडव कर रहे हैं जिसमें सबसे ज्यादा प्रभावित भारत हो रहा है।
वहीं उक्त खतरनाक आतंकी संगठनों पर कुख्यात आतंकी संगठन ‘आई.एस.आई.एस.’ भी पाक में पांव पसारने की कोशिश में है। पाक में दिन प्रतिदिन मदरसों की बढ़ती संख्या देश की अंदरुनी सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा बन रही है, क्योंकि इसमें ‘आई.एस.आई.एस.’ और ‘अलकायदा’ को अपने पांव पसारने का मौका मिल रहा है और ‘आई.एस.आई.एस.’ पाक के अधिकतर मदरसों पर अपना नियंत्रण करने की साजिश को प्राथमिकता दे रही है।
सूत्रों के अनुसार ‘आई.एस. आई.एस.’ और ‘अलकायदा’ जैसे विदेशी आतंकी संगठन इस्लामी कट्टरवादी ताकतों की विचारधारा का समर्थन हेतु पाक के आतंकी संगठनों के साथ हाथ मिला रहे हैं। पता चला है कि यह पाक के अल्पसंख्यक हिन्दुओं के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं और मुख्य रूप से पाक के हिन्दुओं में अपना वजूद बचाने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा या देश छोड़ कर भागना पड़ेगा जोकि असंभव शब्दों में आता है।
सूत्रों के अनुसार बेशक इस समय पाक में अनेक आतंकी संगठनों के हजारों की संख्या में प्रशिक्षित आतंकी वहां पनाह लिए हुए हैं, लेकिन ‘आई.एस.आई.एस.’ द्वारा वैश्विक जिहाद के नाम पर उच्च शिक्षित और अमीर परिवारों के युवकों को बड़ा धन लालच में अपने साथ मिलाया जा रहा है। पाक में सक्रिय सभी आतंकी संगठनों और कट्टरवादी संगठनों के मुकाबले ‘आई.एस.आई.एस.’ अत्यधिक संसाधनों से लैस है और उसे वहां कि समूह आतंकी जेहादी संगठनों से सहयोग भी मिल रहा है जो कि भारत और भारत की अंदरुनी सुरक्षा के लिए बहुत बड़ी खतरे की घंटी है। मदरसों को आतंकी प्रशिक्षण शिविरों का रूप देकर पुन: आतंकी घटनाओं को बढ़ावा देने की गहन साजिश रची जा रही है।