Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Feb, 2018 01:20 PM
गुरु नानक देव अस्पताल (जी.एन.डी.एच.) में छापेमारी के खिलाफ डाक्टर सांसद गुरजीत सिंह औजला के खिलाफ मैदान में उतर आए हैं। उन्होंने आज औजला के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए काले बिल्ले लगा अस्पताल में रोष मार्च किया और जमकर ‘औजला मुर्दाबाद’ के नारे लगाए।...
अमृतसर (दलजीत): गुरु नानक देव अस्पताल (जी.एन.डी.एच.) में छापेमारी के खिलाफ डाक्टर सांसद गुरजीत सिंह औजला के खिलाफ मैदान में उतर आए हैं। उन्होंने आज औजला के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए काले बिल्ले लगा अस्पताल में रोष मार्च किया और जमकर ‘औजला मुर्दाबाद’ के नारे लगाए। डाक्टरों ने जहां औजला के प्रवेश अपने स्तर पर बैन कर दिया, वहीं हमेशा के लिए बायकाट करने का ऐलान किया। डाक्टरों के भारी इकट्ठा को संबोधित करते पंजाब स्टेट मैडीकल और डैंटल टीचर एसो. के सचिव डा. कर्मजीत सिंह ने कहा कि सांसद औजला अस्पताल में छापेमारी के नाम पर डाक्टरों को परेशान व अपमानित कर रहे हैं।
विजीलैंस विभाग की टीम को अस्पताल में लाकर इस तरह धमकियां दी जा रही हैं कि जैसे डाक्टर चोर हों। अस्पताल में सुविधाओं की बड़े स्तर पर कमी होने के बावजूद डाक्टर मरीजों को बेहतर सेवाएं देने के लिए काम कर रहे हैं। औजला द्वारा 4 बार अस्पताल का निरीक्षण किया गया है परन्तु आज तक सुधार के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किया गया है, बल्कि डाक्टरों को नीचा दिखाने की कोशिश की गई है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह और मैडीकल शिक्षा और खोज विभाग के मंत्री ब्रह्म महेन्द्रा सरकारी मैडीकल कालेज के अधीन चलने वाले उक्त अस्पताल का नाम रोशन करने के लिए यत्नशील हैं, परन्तु औजला छापेमारी के नाम पर संस्था के नाम को बदनाम कर रहे हैं।
दूसरे डाक्टरों ने कहा कि अस्पताल में दवाओं की बड़े स्तर पर कमी है और मरीजों की एमरजैंसी को मद्देनजर रखते डाक्टरों को मजबूर होकर जैनरिक दवाएं लिखी जाती हैं। सरकार खुद तो दवाओं की कमी पूरी करती नहीं उल्टा डाक्टरों को वही दवाएं लिखने के लिए कह रही है, जो सरकारी स्टोर में पिछले लम्बे समय से खत्म हुई पड़ी हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी मैडीकल कालेज के प्रिं. डा. तेजबीर सिंह के जरिए मंत्री ब्रह्म महेन्द्रा को मांग पत्र भी भेजा गया है और स्पष्ट किया गया है कि औजला का प्रवेश अस्पताल में बंद किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांगों की तरफ ध्यान न दिया गया तो वह पंजाब में स्वास्थ्य सेवाएं अनिश्चितकाल के लिए ठप्प कर देंगे।
नहीं हुई ओ.पी.डी., 10 हजार मरीजों को नहीं मिलीं सेवाएं
गुरु नानक देव अस्पताल के डाक्टरों द्वारा की गई हड़ताल के कारण स्वास्थ्य सुविधाएं न मिलने से मरीज दर्द से तड़प रहे हैं। गंभीर हालत वाले मरीजों का इलाज करवाने के लिए उनके परिवार के सदस्य इधर-उधर भटकते रहे, परन्तु किसी भी डाक्टर को मरीजों की हालत पर तरस नहीं आया। आज न तो डाक्टरों ने महत्वपूर्ण आप्रेशन किए और न ही ओ.पी.डी. में मरीजों को डाक्टरी सहायता मिल पाई। हड़ताल के कारण पंजाब स्टेट मैडीकल और डैंटल टीचर के न्यौते पर गुरु नानक देव अस्पताल, सरकारी टी.बी. अस्पताल, ई.एन.टी. अस्पताल और डैंटल अस्पताल में लगभग 10 हजार के करीब मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पाईं।
हड़ताल कारण लैबोरेटरी, थियेटर, मैडीकल लीगल केसों की रिपोॄटग, ओ.पी.डी. टीङ्क्षचग आदि की सेवाएं बंद रहीं। गेट खजाना से आए अमन ने बताया कि न तो उसका आज टैस्ट हो सका और न ही उसकी जांच की गई। उसकी आॢथक हालत ठीक नहीं है। आटो किराए पर कर के आए हैं, परन्तु स्वास्थ्य सुविधाएं न मिलने से दोबारा उनको आना पड़ेगा। अजनाला से आए कमलदीप सिंह के परिजन उसके इलाज के लिए इधर-उधर भटकते रहे। उन्होंने डाक्टरों को मरीज का इलाज करने के लिए विनती भी की परन्तु किसी भी डाक्टर ने उनका हाल नहीं पूछा।
चहेते को लाभ दिलाने के लिए कर रहे हैं छापेमारी
डाक्टरों ने कहा कि सांसद गुरजीत सिंह औजला सोची-समझी साजिश के अंतर्गत अस्पताल में छापेमारी कर रहे हैं। औजला वास्तव में अपने कुछ चहेतों को अस्पताल के सरकारी कार्यों में लाभ दिलाना चाहते हैं, इसलिए डाक्टरों पर दबाव बनाने के लिए छापेमारी कर रहे हैं। उनके कुछ चहेते गलत संदेश देकर डाक्टरों की कारगुजारी प्रति उनको भ्रमित कर रहे हैं। औजला कभी भी उनके साथ अस्पताल की समस्याओं पर बातचीत कर सकते हैं।
अब छापेमारी हुई तो डाक्टर करेंगे बायकाट
डाक्टरों ने कहा कि सांसद औजला को अस्पताल की परोक्ष चैकिंग कर डाक्टरों को प्रताडि़त करने का कोई हक नहीं है। यदि किसी डाक्टर के खिलाफ उनके पास शिकायत है तो वह विभाग के मंत्री को कर सकते हैं, न कि खुद ही मंत्री बनकर डाक्टरों को नीचा दिखाएं। डाक्टरों ने कहा कि यदि औजला ने अब भी छापेमारी की तो अस्पताल का कोई भी डाक्टर उनके साथ नहीं जाएगा और वह औजला की छापेमारी का बायकाट करेंगे।