Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Sep, 2017 10:03 AM
गांव में खूफिया तरीके से नशा तस्करी करने वाली एक महिला को 2 ग्राम हेरोइन व 150 ग्राम नशीला पाउडर सहित गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के अनुसार उक्त महिला का पति नशा तस्करी ......
मोगा : गांव में खूफिया तरीके से नशा तस्करी करने वाली एक महिला को 2 ग्राम हेरोइन व 150 ग्राम नशीला पाउडर सहित गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के अनुसार उक्त महिला का पति नशा तस्करी के आरेप में 10 साल की सजी काट रहा है। बताया जा रहा है कि यह महिला नशा तस्करी के 2 केसों में 2 बार जेल जा चुकी है। पुलिस चौंकी दौलेवाला के प्रभारी सहायक थानेदार जसबिंदर सिंह ने बताया कि पुलिस पार्टी के साथ गांव में ही दबिश कर गुरदीप कौर उर्फ पाल कौर को 150 ग्राम नशीले पाउडर व दो ग्राम हेरोइन के साथ काबू कर लिया। पहले केस में आरोपी महिला हाईकोर्ट से जमानत लेकर बाहर आई हुई है।
जबकि एन.डी.पी.एस. का एक अन्य केस महिला पर अदालत में अंडर ट्रायल चल रहा है। वहीं महिला के बेटों के खिलाफ भी नशा तस्करी के तहत केस दर्ज है। पुलिस के अनुसार आरोपी महिला का परिवार नशा तस्करी को लेकर गांव दौलेवाला में काफी मशहूर है। आरोपी गुरदीप कौर के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने उसे मोगा की जिला अदालत में पेश किया, जहां से अदालत ने आरोपी महिला को न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश जारी कर दिए।
यहां से आता था नशा
गांव में नशा तस्करी पहले से कुछ कम हुई है, लेकिन गांव दौलेवाला के नशा तस्कर जिले के अन्य इलाकों में जाकर नशा तस्करी करने लगे है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीते कुछ समय दौरान गांव दौलेवाला में पकड़े गए नशा तस्करों से पूछताछ में सामने आया है कि गांव दौलेवाला के नशा तस्करों को कपूरथला, जालंधर व लुधियाना जिलों से नशे की सप्लाई हो रही है। गांव दौलेवाला के नशा तस्करों का नशे को लेकर अधिकतर अदान प्रदान कपूरथला के गांव लाटियां से हो रहा है।
रोजगार न मिलने पर लोग करते हैं नशा तस्करी
डी.जी.पी. पंजाब सुरेश अरोड़ा द्वारा गांव में दौरा कर लोगों को नशा तस्करी न करने प्रति समझाया था और नशा तस्करी का धंधा करने वाले तस्करों की सूचना पुलिस को देने की अपील की थी। इस दौरान पूछे जाने पर गांव वासियों ने डीजीपी को बताया था कि उनके पास कोई रोजगार न होने के कारण वह नशा तस्करी करते हैं, पुलिस व सरकार गांव दौलेवाला के लोगों के लिए रोजगार की सौगात ले आए, गांव के लोग नशा तस्करी के धंधे को सिरे से नकार देगें। लेकिन लोगों की इस तरक का आज तक न तो पुलिस और न ही कोई सरकार हल नही करवा पाई है।
पुलिस अधिकारियों का मानना था कि गांव दौलेवाला में अगर पुलिस चौकी बना दी जाए तो संभव है कि गांव के लोग पुलिस के डर से नशा तस्करी का धंधा छोड़ देंगे। लेकिन पुलिस की यह योजना भी सफल नही हो पाई। जानकारी के अनुसार थाना फतेहगढ़ पंजतूर के अधीन पड़ते गांव दौलेवाला में 13 जुलाई को पुलिस चौंकी स्थापित की गई थी। गांव में पुलिस चौंकी बनने के बाद भी नशा तस्करी उसी रफ्तार पर है।