Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Sep, 2017 11:18 AM
कंडी क्षेत्र के लोगों के लिए जंगली जानवर व आवारा पशु जी का जंजाल बने हुए हैं। जंगली जानवरों व आवारा पशुओं ने तो जहां कंडी में फसलों का उजाड़ा कर किसानी को तो बर्बाद करके रख ही दिया है, वहीं अब जंगली जानवरों तथा आवारा पशुओं द्वारा लोगों पर किए जा रहे...
हरियाना(आनंद): कंडी क्षेत्र के लोगों के लिए जंगली जानवर व आवारा पशु जी का जंजाल बने हुए हैं। जंगली जानवरों व आवारा पशुओं ने तो जहां कंडी में फसलों का उजाड़ा कर किसानी को तो बर्बाद करके रख ही दिया है, वहीं अब जंगली जानवरों तथा आवारा पशुओं द्वारा लोगों पर किए जा रहे लगातार हमलों के कारण लोग भारी संताप व कष्ट झेल रहे हैं।
दिन ढलते ही न जाने पशुओं के झुंड सड़कों तथा खेतों में पहुंच फसलों की भारी तबाही कर देते हैं। तो ऐसे ही में लोग फिर शाम के समय घरों में कैद होकर रह जाते हैं। सड़कें सुनसान हो जाती हैं।ऐसे ही में गांव ताजपुर खुर्द के कुलदीप सिंह पुत्र कैप्टन बलदेव सिंह आवारा पशुओं के हमले का शिकार हुआ भारी संताप झेल रहा है।
कुलदीप सिंह ने बताया कि वह सुबह अपने खेतों में जा रहा था तो खेतों में घूम रहे आवारा पशुओं ने उल पर एकदम हमला कर दिया जिससे वह गंभीर रूप में घायल हो गया। उसने बताया कि भागने पर भी आवारा पशुओं ने उसका पीछा नहीं छोड़ा, चिल्लाने पर खेतों में रह रहे प्रवासी मजदूरों ने स्थिति को देखते हुए लाठियां लेकर आवारा पशुओं को भगाने में मदद की।
उसने यह भी बताया कि गांव में सरकारी एलीमैंटरी स्कूल के पास भी ये आवारा पशु अक्सर घूमते रहते हैं, बच्चों के अभिभावकों को यह डर हमेशा बना रहता है कि कहीं ये आवारा पशु बच्चों पर हमला करके उन्हें घायल न कर दें। इलाका निवासियों ने सरकार तथा संबंधित विभाग से अपील की कि जंगली जानवरों तथा आवारा पशुओं को नकेल डालने के लिए कोई कारगर कदम उठाने का प्रावधान करें।