Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Sep, 2017 12:21 AM
पी.जी.आई. द्वारा पंजाब में नशे को लेकर किए गए सर्वे के बाद नशाखोरी पर राजनीति तेज हो गई...
जालंधर: पी.जी.आई. द्वारा पंजाब में नशे को लेकर किए गए सर्वे के बाद नशाखोरी पर राजनीति तेज हो गई है। पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर बादल के बयान पर कांग्रेस ने तीखा हमला बोला है। कांग्रेस प्रवक्ता निमिषा मेहता ने कहा कि सुखबीर बादल के पंजाब के गृहमंत्री रहते ही 2014 में पंजाब में एन.डी.पी.एस. के 14,483 मामले दर्ज हुए थे और पंजाब ने नशों के मामले में देश भर में दूसरा स्थान हासिल किया था।
पंजाब का देश की आबादी में सिर्फ 2 प्रतिशत का योगदान है जबकि 2014 में देश में दर्ज हुए कुल 46,923 नशा तस्करी के मामलों में से 31 प्रतिशत मामले पंजाब में दर्ज हुए थे और पंजाब ने यह शर्मनाक रिकार्ड भी सुखबीर बादल के उप-मुख्यमंत्री रहते ही बनाया है और उनके महकमों ने ही केंद्रीय क्राइम रिकार्ड ब्यूरो को नशा तस्करी मामलों के ये आंकड़े भेजे थे। निमिषा ने कहा कि इन आंकड़ों के मुताबिक हर 36 मिनट पर यानी आधे घंटे बाद सुखबीर बादल के शासन में पंजाब में नशाखोरी का पर्चा दर्ज होता रहा है। सुखबीर स्पष्ट करें कि वह अब झूठ बोल रहे हैं या पहले झूठ की राजनीति कर रहे थे?
निमिषा ने कहा कि सर्वे अक्सर झूठे साबित हो जाते हैं और यह बात 2017 और 2012 के मतदान के सर्वेक्षणों से स्पष्ट हो चुकी है क्योंकि मतदान के नतीजे सर्वेक्षणों के उलट आए थे। निमिषा ने एक सर्वेक्षण का हवाला देते हुए कहा कि राज्य में सबसे अधिक नशाखोरी बादल सरकार में रही है इसका प्रमाण सुखबीर को गांवों में जा कर मिल जाएगा।
कांग्रेस पार्टी ने निमिषा को फिर सौंपी महिला प्रवक्ता की जिम्मेदारी
पंजाब में तेज तर्रार और तीखी राजनीतिक टिप्पणी करने के लिए जानी जाती कांग्रेस नेता निमिषा मेहता को तीसरी बार कांग्रेस पार्टी ने प्रवक्ता की जिम्मेदारी सौंपी है। कांग्रेस पार्टी की तरफ से नियुक्त किए गए 24 प्रवक्ताओं में से निमिषा मेहता अकेली ऐसी महिला नेत्री हैं जिन्हें यह जिम्मेदारी दी गई है। इन प्रवक्ताओं को विशेष तौर पर मीडिया पैनालिस्ट बनाया गया है। हलका गढ़शंकर में इस खबर को लेकर सभी तरफ चर्चा हो रही है।