Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Mar, 2018 09:48 AM
बंदगोभी की सब्जी अपने लजीज स्वाद की वजह से अक्सर लोगों की एक बेहद पंसदीदा सब्जियों में से एक है, जिसे सब्जी के अलावा बर्गर, पावभाजी, टिक्की तथा कुछ अन्य खास व्यंजनों में चटखारे लेकर खाते हैं लेकिन वास्तव में यह सब्जी अब धीरे-धीरे लोगों के स्वास्थ्य...
फिरोजपुर(आनंद): बंदगोभी की सब्जी अपने लजीज स्वाद की वजह से अक्सर लोगों की एक बेहद पंसदीदा सब्जियों में से एक है, जिसे सब्जी के अलावा बर्गर, पावभाजी, टिक्की तथा कुछ अन्य खास व्यंजनों में चटखारे लेकर खाते हैं लेकिन वास्तव में यह सब्जी अब धीरे-धीरे लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रही है और मर्ज का पता न पडऩे पर अक्सर यह मिर्गी के दौरे का कारण बनती है और सही समय पर इलाज न मिलने पर यह समस्या काफी गंभीर बन जाती है। बंदगोभी की सब्जी खाने पर बंदगोभी से निकलने वाला अदृश्य कीड़ा सीधा दिमाग तक पहुंच जाता है और दिमाग में पहुंच कर इसकी हरकत सीधे तौर पर इंसान की परेशानी का कारण बनती है।
कीड़े का दर्द किया बयां
इस कीड़े के प्रभाव में आए पीड़ित राहुल बताते हैं कि कुछ दिनों पहले उसकी पूरी तरह से स्वस्थ बेटी की अचानक से तबीयत खराब हो गई थी और उसको अचानक से ही दौरे पडऩे लगे लेकिन जब उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया तो तमाम टैस्ट करवाने पर पता चला कि उसके दिमाग में ऐसा कीड़ा नजर आया और माहिर डाक्टरों की टीम ने उस कीड़े को बंदगोभी से निकलने वाला ऐसा कीड़ा बताया जो खाने के उपरांत सीधे दिमाग में पहुंचकर दिमाग से संबंधित परेशानी को बढ़ा देता है।
क्या कहते हैं किसान
इस संबंध में जब किसान से बात की गई तो गुरप्रीत सिंह ने बताया कि बंदगोभी में कीड़ा तो होता है इसमें कोई संदेह नहीं, जो कई बार सब्जियों में डालने वाले कीटनाशक से मर जाता है लेकिन अमूमन बंदगोभी के ऐसे कीड़े जो पत्तों से लिपटे होते हैं वे मरते नहीं हैं जो सब्जी के रूप में या क‘चा खाने पर शरीर के अंदर जाने पर बड़े पैमाने पर नुक्सान करते हैं।
क्या कहते हैं डाक्टर
इस संबंध में डाक्टर श्री चितकारा बताते हैं कि कुछ दौरे पडऩे के मामलों में लोग कई बार शिकायत करते हैं और जब कुछ विशेष टैस्ट किया जाता है तो कुछ ऐसे छोटे कीड़े मस्तिष्क के हिस्से में पाए जाते हैं जो इंसान की जिंदगी के लिए खतरनाक होते हैं। उनका कहना है कि इस वजह से दौरे पडऩे से लेकर अन्य बीमारियों का कारण बनता है जिसका सही इलाज सही समय पर अनिवार्य होता है और उसे हर हालत में पूरा किया जाना ही बेहतर विकल्प है।