Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Sep, 2017 10:29 PM
बेरोजगारी व नशे की पूर्ति के चलते 5 दोस्तों ने 6 महीने पहले गैंग बना लिया और शहर के ..
लुधियाना(ऋषि): बेरोजगारी व नशे की पूर्ति के चलते 5 दोस्तों ने 6 महीने पहले गैंग बना लिया और शहर के विभिन्न इलाकों में 80 के करीब चोरी व लूट की वारदातें कर डालीं। एस.टी.यू. ने गिरोह के सभी सदस्यों को चोरीशुदा 4 लाख की कीमत के 69 मोबाइल फोन व वारदात में प्रयोग किए जाने वाले 1 आटो, 2 मोटरसाइकिलों व तेजधार हथियारों सहित शनिवार को पक्खोवाल नहर के नजदीक से गिरफ्तार कर थाना एस.बी.एस. नगर में केस दर्ज किया है।
पकड़े गए गिरोह के एक सदस्य ने सिविल इंजीनियर का डिप्लोमा भी किया हुआ है। उपरोक्त जानकारी डी.सी.पी. क्राइम गगन अजीत सिंह, ए.डी.सी.पी. क्राइम सतनाम सिंह ने पत्रकार सम्मेलन दौरान दी। उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान सन्नी कुमार निवासी बी.आर.एस. नगर, जसविंद्र सिंह निवासी ललतों कलां, सतनाम सिंह निवासी शहीद भगत सिंह नगर, चंद्र प्रीत सिंह निवासी फुल्लांवाल व चरणजीत सिंह निवासी मानकवाल के रूप में हुई है। पकड़े गए सभी आरोपियों की आयु 25 से 30 वर्ष है। उन्होंने अपने गिरोह का नाम जसविंद्र चाचा रखा था। पुलिस आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर गहनता से पूछताछ कर रही है।
7 घरों में किया हाथ साफ
इंस्पैक्टर प्रेम सिंह ने बताया कि गिरोह की तरफ से सराभा नगर, फुल्लांवाल, राजगुरु नगर में 7 घरों में हाथ साफ किया गया है। उन घरों से चोरी किए सामान को भी बरामद किया जा रहा है। पुलिस ने इस मामले में गिरोह से चोरीशुदा मोबाइल फोन खरीदने वाले दुकानदार विक्की को भी नामजद किया है। जो इस समय फरार है, अब तक की जांच में सामने आया है कि वह दुगरी इलाके में किराए के मकान में रहता था।
अंधेरा होने पर करते थे स्नैचिंग
इंस्पैक्टर प्रेम के अनुसार अंधेरा होने पर ही गिरोह की तरफ से स्नैङ्क्षचग की वारदात की जाती थी। 3 युवक आटो में बैठ जाते, जबकि अन्य 2 एक मोटरसाइकिल पर वारदात करते थे। पुलिस से बचने व पकड़े जाने के डर से उनके पीछे आटो में 3 अन्य आरोपी आते थे। हर बार बदल-बदल कर सभी वारदातें करते थे।
20 वारदातें हल
पुलिस के अनुसार थाना सराभा नगर, एस.बी.एस. नगर, पी.ए.यू. व माडल टाऊन के इलाके में हुई स्नैङ्क्षचग की 20 वारदातें हल हुई हैं। वहीं पुलिस बरामद मोबाइल फोन के ई.एम.आई. नंबरों से असली मालिकों की पहचान करने में जुटी है ताकि उन्हें मोबाइल वापस मिल सकें।