Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jun, 2017 05:22 PM
देश की सवा सौ करोड़ की आबादी में 35 करोड़ लोग मध्यम वर्गीय श्रेणी में आते हैं लेकिन मात्र 8 करोड़ लोग ही साल में 1 बार हवाई यात्रा कर पाते हैं,
लुधियाना(बहल): देश की सवा सौ करोड़ की आबादी में 35 करोड़ लोग मध्यम वर्गीय श्रेणी में आते हैं लेकिन मात्र 8 करोड़ लोग ही साल में 1 बार हवाई यात्रा कर पाते हैं, जिसकी मुख्य वजह महंगी हवाई टिकट का होना है, जिसके चलते मध्यम वर्गीय नागरिक 4 साल में 1 बार भी मुश्किल से हवाई यात्रा कर पाते हैं। भारत में 476 एयरपोर्ट और हवाई पटरियां हैं, जिनमें से मौजूदा 75 ही ऑपे्रशनल हैं। भारत की एविएशन इंडस्ट्री का विश्व में चौथा स्थान है लेकिन एयरपोर्टों का पूरी तरह से इस्तेमाल न होने से देश के 33 हवाई अड्डों की गिनती ‘घोस्ट एयरपोर्ट’ में शुमार होती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उड़े देश का आम नागरिक ‘उड़ान’ स्कीम के तहत रीजनल कनैक्टिविटी स्कीम की शुरूआत की है, जो भारत की एविएशन इंडस्ट्री में एक सुनहरा अध्याय जोडऩे की दिशा में एक कारगर कदम साबित हो सकता है।
क्या है आर.सी.एस. स्कीम
भारत में पूरी क्षमता से इस्तेमाल न होने वाले और बंद पड़े एयरपोर्ट और हवाई पट्टियों को पुनर्जीवित करने के लिए केन्द्र सरकार ने रीजनल कनैक्टिविटी स्कीम के तहत देशभर में कुल 398 एयर रूप पर हवाई जहाज और हैलीकॉप्टर सेवा शुरू करने की योजना बनाई है। इसके प्रथम चरण में 128 रूट से आगाज हुआ है। इन एयर रूट्स के लिए स्पाई जैट, टर्बो मैगा, अलायंस एयर, एयर डैकन और एक उड़ीसा एयरलाइंस ने अपनी सेवाएं देने के लिए कान्ट्रैक्ट लिया है।
आर.सी.एम. स्कीम के तहत भारत में 3 एयरलाइंस सेवाएं शुरू
कमर्शियल पायलट कैप्टन विवेक भारती ने बताया कि पंजाब में दिल्ली से भटिंडा, हिमाचल में दिल्ली से शिमला और मध्य प्रदेश में दिल्ली से ग्वालियर और ग्वालियर से इंदौर की फ्लाइट उड़ान स्कीम के तहत शुरू हो चुकी है। वहीं पंजाब में दिल्ली से लुधियाना, जालंधर और पठानकोट के लिए आने वाले कुछ दिनों में फ्लाइट शुरू हो जाएगी। पूरे भारत में 6 मेजर मैंटीनैंस बेस दिल्ली, मुम्बई, भुवनेश्वर, कोलकाता, चेन्नई और हैदराबाद में स्थापित किए गए हैं।