Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Jun, 2017 04:40 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा ट्रक यूनियन को भंग करने की घोषणा का पूरे पंजाब में विरोध किया जा रहा है।
जालंघर(सोनू) : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा ट्रक यूनियन को भंग करने की घोषणा का पूरे पंजाब में विरोध किया जा रहा है। इस कड़ी तहत यूनियनों ने धरने लगा सरकार खिलाफ नारेबाजी की। पंजाब के सभी जिलों में ट्रक ऑपरेटर्स ने पंजाब सरकार द्वारा प्रदेश की सभी भंग की गई ट्रक यूनियनों को फिर से बहाल करने की मांग की।
गौरतलब है कि प्रदेश में कुल 134 ट्रक यूनियनें काम कर रही हैं, जिनमें 5 लाख ट्रक ऑप्रेटर ट्रकों से होने वाली आमदन से अपने परिवारों का पेट पाल रहे हैं। अगर सरकार ने ट्रक यूनियन को भंग करने का फैसला वापस न लिया तो पांच लाख ट्रक ऑप्रेटर सड़कों पर उतर आएंगे। इसी को लेकर पूरे पंजाब में ट्रक ऑप्रेटरों ने एस.डी.एम. दफ्तरों के बाहर धरना-प्रदर्शन किया। इस मौके अकाली दल का भी साथ मिला । अकाली नेता और आदमपुर से विधायक पवन टीनू भी जालंधर पहुंचे ।
इस बारे में बात करते हुए ट्रक यूनियन के सदस्यों ने कहा कि यूनियनें भंग होने से हर किसी राज्य के ट्रक को पंजाब से माल लोड करने की छूट मिलने से पंजाब के ट्रक ऑप्रेटरों पर इसका गहरा असर पड़ेगा क्योंकि बाहरी राज्यों से आने वाले ट्रक ऑप्रेटर कम रेट पर भी माल की ढुलाई करने को तैयार होंगे। सरकार के फैसले के बाद पुराने ट्रक ऑप्रेटरों का कारोबार बिल्कुल चौपट हो जाएगा। उन्होंने मांग की वह मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह को ट्रक ऑप्रेटरों की समस्या से अवगत करवा कर इस फैसले को वापस लेने के लिए दबाव बनाएं।