Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Sep, 2017 09:42 AM
ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने और पकड़े जाने पर पुलिस कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार करने वालों पर अब ट्रैफिक पुलिस की ‘तीसरी आंख’ भी नजर रखेगी। कमिश्नरेट पुलिस द्वारा ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों के लिए ‘बॉडी वार्न कैमरे’ मंगवाए गए हैं।
जालंधर (प्रीत) : ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने और पकड़े जाने पर पुलिस कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार करने वालों पर अब ट्रैफिक पुलिस की ‘तीसरी आंख’ भी नजर रखेगी। कमिश्नरेट पुलिस द्वारा ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों के लिए ‘बॉडी वार्न कैमरे’ मंगवाए गए हैं।
शहर में ट्रैफिक कर्मचारी बॉडी कैमरा लगाकर ड्यूटी करेंगे जिसका ट्रायल शुरू हो चुका है। पुुलिस के इस कदम से स्पष्ट है कि नियमों का उल्लंघन या मिस-बिहेव करने वाले लोग अब बच नहीं सकेंगे। उल्लेखनीय है कि ट्रैफिक पुलिस और वाहन चालकों के बीच बहस, भ्रष्टाचार के आरोप, दुव्र्यवहार करने तथा मिस-बिहेव की शिकायतें आम होती जा रही हैं जोकि पुलिस अधिकारियों के लिए खासी चिन्ता का विषय बन गई थीं, क्योंकि किसी भी विवाद के बाद आरोप-प्रत्यारोप तो होते ही हैं, लेकिन सच्चाई सामने नहीं आती। हरेक व्यक्ति अपने मुताबिक बात करता है।
ऐसी स्थिति में पुलिस अधिकारियों का काफी टाइम वेस्ट होता था। ऐसी स्थिति से बचने के लिए पंजाब पुलिस द्वारा ट्रैफिक पुलिस के लिए ‘बॉडी वार्न कैमरा’ प्रोजैक्ट लांच किया गया है। कुछ माह पहले लुधियाना में ट्रायल के पश्चात अब कमिश्नरेट जालंधर में भी ट्रायल शुरू किया गया है। पुलिस कमिश्नर प्रवीण सिन्हा द्वारा आने वाले दिनों में बॉडी कैमरा आधिकारिक तौर पर लांच किया जाएगा।
पहले चरण में मिले 5 कैमरे, नाइट विजन कैमरों से होगी पारदर्शिता
ए.सी.पी. ट्रैफिक हरबिन्द्र सिंह भल्ला ने बताया कि पहले चरण में ट्रायल के लिए कमिश्नरेट जालंधर पुलिस को 5 कैमरे मिले हैं, जोकि मुख्य नाकों पर तैनात थानेदारों को दिए जाएंगे। थानेदार द्वारा अपने शोल्डर या चैस्ट पर बॉडी कैमरा लगाया जाएगा। ए.सी.पी. भल्ला ने बताया कि 32 जी.बी. मैमोरी वाले कैमरे में करीब 8 से 9 घण्टे की रिकॉर्डिंग सेव रहेगी। करीब 15,000 रुपए कीमत के बॉडी कैमरा में 12 से 15 मीटर तक की रेंज में वीडियो तथा वॉयस रिकॉर्डिंग क्लीयर रहेगी।
ड्यूटी के पश्चात थानेदार द्वारा ट्रैफिक स्टाफ में रिकार्डिंग सेव करवाई जाएगी ताकि अगली शिफ्ट पर तैनात कर्मचारियों को कैमरा प्रोवाइड करवाया जा सके। भल्ला ने बताया कि कैमरों की खासियत यह है कि ये कैमरे डे-एंड-नाइट दोनों टाइम काम करेंगे। ट्रैफिक पुलिस द्वारा ट्रैफिक रूल्ज वॉयलेटर के साथ-साथ अब रात के समय ड्रंकन ड्राइव के दौरान भी ये कैमरे काफी सहायक होंगे। कैमरों से ट्रैफिक पुलिस वर्किंग में और पारदर्शिता आएगी।
पुलिस कर्मचारियों पर भी रहेगी नजर
ए.सी.पी. भल्ला ने कहा कि नाके पर तैनात ट्रैफिक कर्मचारियों पर अक्सर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहते हैं। बॉडी कैमरा का फायदा यह रहेगा कि नाके पर तैनात पुलिस कर्मचारियों पर भी नजर रहेगी। वॉयलेटरों को रोक कर दस्तावेज चैक करने वाले किस तरीके से दस्तावेज चैक कर रहे हैं और वे पब्लिक के साथ किस ढंग से पेश आ रहे हैं आदि गतिविधियां भी रिकॉर्ड होती रहेंगी, जिससे भ्रष्टाचार पर लगाम कसेगी।