Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Aug, 2017 01:36 PM
लोगों को अच्छे दिन आएंगे का सपना दिखाकर केंद्र में बनी भाजपा की मोदी सरकार के राज में महंगाई ने अपनी सभी हदें पार कर ली हैं। जहां रोजाना जीवन में उपयोग आने वाली सभी वस्तुओं के भाव दिन-ब-दिन आसमान छू रहे हैं, वहीं सब्जियों के बढ़े भावों ने तो आम व...
सुल्तानपुर लोधी(धीर): लोगों को अच्छे दिन आएंगे का सपना दिखाकर केंद्र में बनी भाजपा की मोदी सरकार के राज में महंगाई ने अपनी सभी हदें पार कर ली हैं। जहां रोजाना जीवन में उपयोग आने वाली सभी वस्तुओं के भाव दिन-ब-दिन आसमान छू रहे हैं, वहीं सब्जियों के बढ़े भावों ने तो आम व गरीब आदमी के घरेलू बजट को बिगाड़ कर रख दिया है। सब्जी में तड़के का स्वाद देने वाले टमाटर ने तो फ्रूट में गिने जाते सेब के रेट को भी मात दे दी है। जिस कारण अब टमाटर खरीदना हर एक के वश की बात नहीं रह गई। सब्जियों में मटर, गोभी, घिया, बैंगन, फलियां, गाजर, अरबी आदि सभी सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं।
गृहिणियों की रसोई का बजट बिगड़ा
सब्जियों के बढ़े भाव ने गृहिणियों का बजट बिगाड़ दिया है। नौकरीपेशा गृहिणी सुमन ने अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा कि अब तो वेतन में गुजारा करना भी मुश्किल हो गया है।
प्रत्येक वर्ग चिंतित
सब्जियों के भाव बढऩे से प्रत्येक वर्ग चिंतित है। रोजाना दिहाड़ी करके अपने परिवार का पेट भरने वाले मजदूर के लिए अब सब्जी खरीदना बहुत मुश्किल हो गया है। मटर व टमाटर के भाव 100 रुपए किलो को भी पार कर गए हैं। सब्जियों में सबसे नापसंद गिना जाने वाला बैंगन भी 40 रुपए किलो से ऊपर बिक रहा है। इसके अतिरिक्त अन्य कोई भी सब्जी 60 से 80 रुपए प्रति किलो के हिसाब से परचून में बिक रही है। सब्जियों का सरदार आलू 10 रुपए किलो तक मिल रहा है जबकि किसान को इसका रेट सिर्फ 2 रुपए किलो मिल रहा है।
महंगाई रोकने में फेल सरकार
आम लोगों ने महंगाई के लिए सरकारों को जिम्मेदार ठहराया है। राम करन, राजू, विंपल आदि का कहना है कि चाहे केंद्र की सरकार हो या पंजाब की सरकार किसी को गरीब की रोटी की चिंता नहीं है। दोनों ही सरकारें महंगाई को काबू करने में फेल साबित हो रही हैं।