Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Nov, 2017 10:32 PM
ब्रिटिश उच्चायोग के तीन सदस्यीय दल ने पंजाब में लक्षित हत्या के आरोप में जेल में बंद ब्रिटिश नागरिक जगतार सिंह जौहल से मुलाकात की। ब्रिटिश दल की यह मुलाकात यह पता लगाने के लिए हुई है कि जौहल के मानवाधिकारों का उल्लंघन तो नहीं हुआ है। पुलिस उपायुक्त...
लुधियाना: ब्रिटिश उच्चायोग के तीन सदस्यीय दल ने पंजाब में लक्षित हत्या के आरोप में जेल में बंद ब्रिटिश नागरिक जगतार सिंह जौहल से मुलाकात की। ब्रिटिश दल की यह मुलाकात यह पता लगाने के लिए हुई है कि जौहल के मानवाधिकारों का उल्लंघन तो नहीं हुआ है। पुलिस उपायुक्त ध्रुमन निम्बले ने बताया कि दिल्ली से आए उच्चायोग का यह दल एक घंटे तक जौहल के साथ रहा।
उच्चायोग के अधिकारियों ने आरोपी से पूछा उसे वह सारी सुविधाएं दी जा रही हैं जो बाकी कैदियों को मिल रहा है। आरोपी से यह भी पूछा गया कि क्या उसे यातना दी गई है। जौहल उर्फ जग्गी उन पांच लोगों में शामिल है जिन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेता जगदीश गगनेजा की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। पिछले महीने शादी करने वाले जौहल को जालंधर से पकड़ा गया था।
राज्य में अप्रैल 2016 से फरवरी 2017 के बीच लक्षित हत्या की पांच घटना हुई थी। इससे पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने ब्रिटिश नागरिक को यातना दिए जाने के आरोपों को खारिज कर दिया था। इससे एक दिन पहले ब्रिटिश सरकार ने कहा था कि अगर उसके किसी नागरिक को ‘‘यातना’’ दी गई तो वह ‘‘सख्त कदम’’ उठाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा था कि यातना देने के ऐसे आरोप एकदम ‘‘आधारहीन’’ है ओर इस मामले में कानून अपना काम कर रहा है। इससे पहले पंजाब पुलिस ने दावा किया था कि जग्गी के इस मामले में शामिल होने के पर्याप्त साक्ष्य उनके पास है।