Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Oct, 2017 09:14 AM
आर.टी.आई. एक्टिविस्ट संजय सहगल की शिकायत पर पंजाब राज्य सूचना आयोग ने जालंधर नगर निगम के बिल्डिंग विभाग के पांचों ए.टी.पी. चंडीगढ़ तलब कर लिए हैं। इस मामले में सुनवाई 20 नवम्बर को होनी है, जिसमें नगर निगम के ए.टी.पी. राजेन्द्र शर्मा, बांके बिहारी,...
जालंधर(खुराना): आर.टी.आई. एक्टिविस्ट संजय सहगल की शिकायत पर पंजाब राज्य सूचना आयोग ने जालंधर नगर निगम के बिल्डिंग विभाग के पांचों ए.टी.पी. चंडीगढ़ तलब कर लिए हैं। इस मामले में सुनवाई 20 नवम्बर को होनी है, जिसमें नगर निगम के ए.टी.पी. राजेन्द्र शर्मा, बांके बिहारी, शाम सुंदर, नरेश मेहता तथा बलविंद्र सिंह को व्यक्तिगत रूप से पेश होने को कहा गया है।
गौरतलब है कि संजय सहगल ने काफी समय पहले जालंधर नगर निगम में आर.टी.आई. डालकर शहर के अधिकतर अस्पतालों, होटलों, लद्देवाली रोड पर स्थित हाऊसिंग कालोनी ग्रीन काऊंटी, खालसा कालेज के निकट बनी बड़ी बिल्डिंगों तथा मॉडल टाऊन व 66 फुटी रोड पर हुए अवैध निर्माणों बारे सूचना मांगी थी और आरोप लगाया था कि ज्यादातर अवैध बिल्डिंगों को बगैर कम्पलीशन सर्टीफिकेट लिए ही चालू कर दिया गया।
संजय सहगल ने बताया कि एक साल तक निगम ने इन अवैध बिल्डिंगों बारे कोई सूचना नहीं दी, जिससे स्पष्ट था कि अधिकारियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन अवैध बिल्डिंगों के कारण निगम के खजाने को भारी चूना लगा परंतु निगम ने इन बारे गोल-मोल जवाब ही दिए, जिस कारण वह सारा मामला राज्य सूचना आयोग के सामने ले गए। गौरतलब है कि 9 अक्तूबर को इसी मामले में जालंधर नगर निगम की एम.टी.पी. मोनिका आनंद व्यक्तिगत रूप से आयोग के सामने उपस्थित हुई थी मगर वह सूचना आयोग के कमिश्नर को अपने जवाब से संतुष्ट नहीं कर पाई। संजय सहगल द्वारा मामले की पैरवी किए जाने पर अब सूचना आयोग ने पाचों ए.टी.पी. चंडीगढ़ तलब कर लिए हैं। अब देखना है कि इस मामले में आयोग क्या निर्देश देता है?