Edited By Updated: 07 Dec, 2016 01:20 PM
देवीगढ़ के निकटवर्ती गांव बहरू में मुस्लिम भाईचारे के एक नौजवान के शव को दफनाने को लेकर कुछ गांव वालों द्वारा विरोध करने पर भड़के
देवीगढ़ (भूपिंद्र): देवीगढ़ के निकटवर्ती गांव बहरू में मुस्लिम भाईचारे के एक नौजवान के शव को दफनाने को लेकर कुछ गांव वालों द्वारा विरोध करने पर भड़के मृतक के परिजनों व अन्य मुस्लिम भाईचारे ने विरोध प्रदर्शन किया।
जानकारी मिलते ही डिप्टी कमिश्रर पटियाला रामवीर सिंह के निर्देशों पर नायब तहसीलदार व अन्य राजस्व अधिकारी और पुलिस प्रशासन की तरफ से डी.एस.पी. देहाती सुखमिंद्र सिंह चौहान समेत बड़ी गिनती में पुलिस अधिकारी व कर्मचारी गांव बहरू पहुंचे और मसले को हल करने के लिए पंचायत व गांव निवासियों के साथ बातचीत की।जानकारी के अनुसार गांव बहरू के जामीन अली (35) पुत्र हमीफ अली की गत दिवस राजपुरा में अचानक मौत हो गई थी, पर जब मृतक की लाश को गांव बहरू के श्मशानघाट में दफनाने लगे तो गांव वासियों ने इसका विरोध जताया। इस दौरान डी.एस.पी. चौहान और नायब तहसीलदार और पंजाब अल मुस्लिम के प्रधान मूसा खान ने गांव निवासियों और पंचायत के साथ बातचीत करके मसले को हल करने की कोशिश की, परंतु गांव के कुछ व्यक्तियों ने मामले को हल करने में काफी रुकावटें डालीं।
डिप्टी कमिश्रर द्वारा दिए निर्देशों पर राजस्व विभाग ने पंचायत द्वारा डाले गए प्रस्ताव अनुसार गांव की शामलाट जमीन से मुस्लिम भाईचारे के कब्रिस्तान के लिए जगह देने को लेकर निशानदेही करने का फैसला किया पर गांव के लोगों ने इसका विरोध किया और मीटिंग का बायकाट करके बाहर चले गए परंतु प्रशासन द्वारा पटवारी, कानूनगो और पंचायत सचिव को साथ लेकर श्मशानघाट से कब्रिस्तान के लिए दी गई जगह के लिए निशानदेही करवा कर इसे मुस्लिम भाईचारे के हवाले कर दिया गया। इस पर मुस्लिम भाईचारे के नेता मूसा खान व अन्य नेताओं ने सहमति प्रकट की। इसके बाद लाश को दफनाया गया। इस तरह पिछले कई दशकों से गांव बहरू में कब्रिस्तान को लेकर चल रहे विवाद का निपटारा हो गया। अब देखना यह होगा कि इस झगड़े का फैसला कितना सार्थक होता है।