Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Sep, 2017 11:01 AM
पंजाब की नि:वर्तमान अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार द्वारा राज्य भर के सुविधा केंद्रों को बंद कर नौकरी से फारिग किए गए सैंकड़ों मुलाजिम करीब 1 साल से दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।
होशियारपुर (जैन): पंजाब की नि:वर्तमान अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार द्वारा राज्य भर के सुविधा केंद्रों को बंद कर नौकरी से फारिग किए गए सैंकड़ों मुलाजिम करीब 1 साल से दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। पंजाब स्टेट सुविधा कर्मचारी यूनियन के जिला प्रधान नरेश कुमार के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल, जिसमें नीरज, गगनदीप, विक्की, चंद्रशेखर, राजेश कुमार, निशा हमरोल, रीटा, राजविन्द्र कौर व रणवीर सिंह आदि शामिल थे, ने आज ए.डी.सी. श्रीमती अनुपम कलेर से भेंट कर उन्हें ज्ञापन सौंपा।
इस मौके सुविधा कर्मियों ने बताया कि उन्होंने 10-12 साल तक पूरी तनदेही के साथ सुखमणि सोसायटियों के अधीन चल रहे सुविधा केंद्रों में काम किया। सरकार द्वारा करीब 1 साल पूर्व इसकी जिम्मेदारी एक प्राइवेट कम्पनी को सौंप दी गई तथा 500 करोड़ रुपए की लागत से सेवा केंद्र स्थापित किए गए।
सुविधा केंद्रों के 1158 मुलाजिमों को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखाकर उक्त कम्पनी ने नई भर्ती कर ली। यह बर्खास्त कर्मचारी न्याय पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उम्र के पड़ाव में उनकी जिंदगी बर्बाद हो रही है तथा परिवार के सदस्य 1-1 पाई के लिए मोहताज हो रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि उन्हें पहले की तरह सोसायटियों के अधीन ज्वाइन करवाया जाए। इन हालातों में वे सब आॢथक व मानसिक तौर पर बेहद बुरे दौर से गुजर रहे हैं।