Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Feb, 2018 10:49 AM
स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि पंजाब सरकार द्वारा प्रदेश के सभी 164 छोटे-बड़े शहरों की सैटेलाइट के जरिए मैपिंग करवाए जाने से प्रति वर्ष सैंकड़ों करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी टैक्स की हो रही चोरी पर अंकुश लग जाएगा।
चंडीगढ़ (पराशर): स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि पंजाब सरकार द्वारा प्रदेश के सभी 164 छोटे-बड़े शहरों की सैटेलाइट के जरिए मैपिंग करवाए जाने से प्रति वर्ष सैंकड़ों करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी टैक्स की हो रही चोरी पर अंकुश लग जाएगा।
चंडीगढ़ में पत्रकारवार्ता में उन्होंने कहा कि केवल लुधियाना शहर में ही इस समय म्यूनिसिपल कार्पोरेशन के स्टाफ के जरिए केवल 90 हजार मकानों पर ही प्रॉपर्टी टैक्स एकत्रित किया जा रहा है जबकि सैटेलाइट के जरिए की गई मैपिंग दर्शाती है कि शहर में कोई 4 लाख ऐसे मकान हैं जिन पर प्रॉपर्टी टैक्स लगना चाहिए। स्पष्ट है कि इससे प्रतिवर्ष सरकारी खजाने को करोड़ों रुपए का चूना लग रहा है। सिद्धू ने कहा कि उन्हें लगता है कि पंजाब के अन्य शहरों में भी कुछ इसी प्रकार की स्थिति है।
सिद्धू ने कहा कि राज्य सरकार ने इस सिलसिले में पंजाब रिमोट सैंसिंग सैंटर से समझौता करने का निर्णय लिया है। इस पर 28 फरवरी को हस्ताक्षर किए जाएंगे। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि पंजाब के 4 बड़े शहरों और 3 कस्बों का फोरैंसिक ऑडिट 4 माह में मुकम्मल हो जाएगा। प्रैस कांफ्रैंस में स्थानीय निकाय विभाग के डायरैक्टर करनेश शर्मा और पंजाब रिमोट सैंसिंग सैंटर के डायरैक्टर डा. बृजेन्द्र पटेरिया भी उपस्थित थे।
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि बेहूदा दिखावा करने वाले शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने अपनी बेतुकी बातों से एक बार फिर अपने आपको घटिया राजनीतिज्ञ साबित कर दिया है। 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों के मद्देनजर सुखबीर द्वारा लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचने के लिए यह ढकोसला किया गया।
उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग बादलों के असीम लालच के कामों को भूले नहीं हैं जिस कारण 2007 से 2017 के समय में पंजाब को न पूरा होने वाली वित्तीय कमी बर्दाश्त करनी पड़ी है। पंजाब के लोग 1980 से लेकर 1990 तक सीमापार से हुए आतंकवाद से उभरने लगे ही थे कि तब ही बादलों के नेतृत्व वाले वित्तीय आतंकवाद ने पूरी ताकत से राज्य को चोट मारी जिस कारण राज्य तरक्की की रेखा से उतर गया।
सुखबीर बादल को अब तक का सबसे अधिक न पसंद किए जाने वाला राजनीतिज्ञ बताते हुए सिद्धू ने कहा कि पंजाब के लोग उसे और अकाली दल को माफ करने के लिए तैयार नहीं हैं जिसका सबूत लोगों ने गत वर्ष हुए विधानसभा चुनाव दौरान अकाली दल को धूल चटा कर दिया है। सिद्धू ने कहा कि अकाली दल की सांझेदार भाजपा ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के दौरे को बहुत महत्ता न देकर नजरअंदाज किया है जबकि सुखबीर बादल ने भाजपा के रुख से उलट जाकर ट्रूडो के दौरे को पूरी अहमियत दी। इससे साबित हो गया कि वह किसी भी तरह भरोसेयोग्य व्यक्ति नहीं है।