Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 May, 2017 09:54 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा अपनी पुस्तक में 21 सिख नौजवानों की हत्या संबंधी किए गए जिक्र को लेकर शिरोमणि अकाली दल के हाथ कांग्रेस के विरुद्ध एक बड़ा मुद्दा लग गया है।
अमृतसर (संजीव): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा अपनी पुस्तक में 21 सिख नौजवानों की हत्या संबंधी किए गए जिक्र को लेकर शिरोमणि अकाली दल के हाथ कांग्रेस के विरुद्ध एक बड़ा मुद्दा लग गया है। आज पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कैप्टन अमरेन्द्र पर राजनीतिक हमला किया और कहा कि कैप्टन इस मामले में खुद एफ.आई.आर. दर्ज करवाएं और यह भी बताएं कि किन पुलिस अधिकारियों द्वारा इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था। 21 सिख नौजवानों के इस हत्याकांड की सच्चाई सबके सामने आनी चाहिए।
सुखबीर बादल आज अपनी पत्नी हरसिमरत कौर के साथ श्री हरिमंदिर साहिब माथा टेकने के लिए आए थे, जहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि कैप्टन सरकार पंजाब की जनता में विश्वास बहाल नहीं कर पाई है। पंजाब में कांग्रेस सरकार बने 3 माह बीत चुके हैं, जबकि विधायक एवं मंत्री लोगों से दूरी बनाकर चल रहे हैं।
सुखबीर बादल ने कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह के विषय पर बोलते हुए कहा कि 3 माह में ही सरकार का एक बड़ा घोटाला लोगों के सामने आ गया है। राणा गुरजीत ने माइङ्क्षनग की ई-ऑक्शन में अपने लांगरी के नाम पर 50 करोड़ रुपए की रेत खड्ड ले ली, जबकि राणा गुरजीत ही नहीं रेत की इन खड्डों के मामले में पंजाब के 10 और मंत्री भी शामिल हैं।
कैप्टन न्यायिक जांच की जगह इसे ई.डी. या सी.बी.आई. को सौंपें, ताकि पूरा मामला शीशे की तरफ लोगों के सामने आ सके। कांग्रेसी नेता एस.जी.पी.सी. की जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं, जिसमें भटिंडा जिले में 161 एकड़ जमीन पर कब्जा किया गया है। यह जायदाद सिख कौम की है, जिस पर कब्जा एक गंभीर पाप है।