Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Aug, 2017 01:21 PM
सूर्य रोशनी से पैदा होने वाली सोलर ऊर्जा का करिश्मा जल्द ही पंजाब की औद्योगिक राजधानी लुधियाना में देखने को मिलेगा, क्योंकि
लुधियाना (सलूजा): सूर्य रोशनी से पैदा होने वाली सोलर ऊर्जा का करिश्मा जल्द ही पंजाब की औद्योगिक राजधानी लुधियाना में देखने को मिलेगा, क्योंकि पंजाब सरकार की नैट मीटरिंग पॉलिसी के प्रति लोगों का रुझान बढ़ता जा रहा है। महानगर की सरकारी व गैर-सरकारी संस्थाओं के अलावा उद्योगपतियों और लोगों द्वारा अपने घरों की छतों पर सोलर पावर प्लांट लगवाए जा रहे हैं। यह जानकारी आज यहां जिले के डिप्टी कमिश्नर प्रदीप कुमार अग्रवाल ने जिला प्रशासन व पेडा के अधिकारियों के साथ मीटिंग करने के बाद देते हुए बताया कि हर वर्ग के लोगों को सोलर ऊर्जा के प्रति जागरूक करने के मकसद से सबसे पहले सरकारी संस्थाओं में ही सोलर पावर प्लांटों को लगाया जा रहा है।
सी.बी.एस.ई. ने जारी किया नोटीफिकेशन
केन्द्रीय शिक्षा बोर्ड (सी.बी.एस.ई.) द्वारा नोटीफिकेशन जारी करके यह ऐलान किया गया है कि उसके अधीन आते सभी स्कूलों में सोलर ऊर्जा प्रोजैक्ट लगाए जाएंगे, जबकि जिला प्रशासन की तरफ से तो पहले ही जिला लुधियाना में चल रहे आंगनबाड़ी केन्द्रों में सोलर पंखे लगाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
अधिक बिजली उत्पादन को बेच भी पाएंगे
जिला प्रशासन की तरफ से एक बात भी यह भी स्पष्ट की गई है कि नैट मीटरिंग नीति के तहत यदि कोई व्यक्ति या कोई संस्था अपनी जरूरत से अधिक बिजली का उत्पादन करती है तो वह बिजली सरकार को देकर अपने बिजली बिल में कटौती करवा सकता है।
सोलर सिस्टम पर मिलेगी सबसिडी
नैट मीटरिंग नीति के तहत सोलर पावर सिस्टम लगवाने पर पंजाब सरकार की तरफ से प्रति किलोवॉट 21 हजार रुपए की सबसिडी दी जाती है। एक किलोवॉट का पावर प्लांट लगवाने पर लगभग 70 हजार रुपए का खर्चा आता है।
सांसद व विधायक ने की लोगों से अपील
सरकारी कॉलेज लड़कियों में लगे सोलर पावर प्रोजैक्ट को देखने के बाद सांसद रवनीत सिंह बिट्टू व विधायक भारत भूषण आशू ने शहरवासियों को सरकार की इस स्कीम को अपनाने की अपील की ताकि सोलर सिस्टम को अपनाकर बिजली की खपत व खर्चे को कंट्रोल किया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार की इस स्कीम के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा।