Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Sep, 2017 11:42 PM
इस बार श्राद्ध 16 दिनों की बजाय 15 दिनों के होंगे क्योंकि 17 सितम्बर को द्वादशी व त्रयोदशी एक...
सुल्तानपुर लोधी(धीर): इस बार श्राद्ध 16 दिनों की बजाय 15 दिनों के होंगे क्योंकि 17 सितम्बर को द्वादशी व त्रयोदशी एक ही दिन होने के कारण श्राद्ध एक ही दिन को किया जाएगा। ये शब्द प्रसिद्ध विद्वान पंडित संजय कुमार पचोरी राधे-राधे ने बातचीत दौरान कहे।
पंडित संजय ने बताया कि श्राद्ध 6 सितम्बर से शुरू हो जाएंगे जो अमावस्या (20 सितम्बर) तक चलेंगे। इन दिनों में पितृों के निमित्त तृपण व श्राद्ध किया जाएगा, इसलिए इसको पितृ पक्ष भी कहा जाता है। उन्होंने बताया कि 17 सितम्बर को द्वादशी तारीख दोपहर तक रहेगी। इस उपरांत त्रयोदशी तारीख शुरू हो जाएगी, जो अगले दिन 18 सितम्बर को दोपहर तक रहेगी।
शास्त्रों के अनुसार श्राद्ध तय तारीखों के अनुसार ही करने चाहिएं। पंडित पचोरी ने बताया कि श्राद्ध हेतु सुबह देवताओं के लिए, मध्य में मनुष्यों के लिए, दोपहर बाद पितृों के लिए व शाम का समय राक्षसों के लिए होता है। श्राद्ध करने का अधिकारी पुत्र, पत्नी व सगा भाई ही होता है। श्राद्ध में तिल, चावल, जौ, कुशा आदि को अधिक महत्व दिया जाता है, साथ ही वेद पुराणों में यह भी जिक्र है कि श्राद्ध का अधिकार सिर्फ योग्य ब्राह्मणों को ही है।
नई खरीदारी होती है वर्जित
पंडित संजय शर्मा ने बताया कि सूरज अपनी प्रथम राशि मेष से होता हुआ जब छठी राशि कन्या में एक महीने के लिए आता है तभी यह 16 दिनों का पितृ पक्ष मनाया जाता है। इन दिनों में शुभ कार्य करने व नई खरीदारी वर्जित होती है। नव ग्रहों में सूर्य को पिता व चंद्रमा को मां का कारक माना जाता है। सूर्य ग्रहण व चंद्र ग्रहण लगने पर ही कोई भी शुभ कार्य आरंभ किया जाता है। उसी तरह पितृ पक्ष में भी माता-पिता व दादा-दादी के श्राद्ध के पक्ष के कारण शुभ कार्य शुरू करने की मनाही रहती है।
किस दिन कौन सा होगा श्राद्ध
तारीख दिन श्राद्ध
6 सितम्बर मंगलवार पूर्णिमा का श्राद्ध
7 सितम्बर बुधवार प्रतिपदा का श्राद्ध
8 सितम्बर वीरवार द्वितीय का श्राद्ध
9 सितम्बर शुक्रवार तृतीया का श्राद्ध
10 सितम्बर शनिवार चतुर्थी का श्राद्ध
11 सितम्बर रविवार भरनी, पंचमी का श्राद्ध
12 सितम्बर सोमवार कृतिका षष्ठी का श्राद्ध
13 सितम्बर मंगलवार सप्तमी का श्राद्ध
14 सितम्बर बुधवार अष्टमी का श्राद्ध
15 सितम्बर वीरवार नवमी का श्राद्ध
16 सितम्बर शुक्रवार दशमी का श्राद्ध
17 सितम्बर शनिवार एकादशी का श्राद्ध
18 सितम्बर रविवार द्वादशी व त्रयोदशी का श्राद्ध
19 सितम्बर सोमवार चतुर्दशी का श्राद्ध
20 सितम्बर मंगलवार सर्वपितृ अमावस्या श्राद्ध