Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Aug, 2017 09:37 AM
पंचकूला में हुई हिंसा कई गुना तक बढ़ सकती थी अगर भीड़ को दिशा-निर्देश देने वालों का काफिला पंचकूला पहुंच जाता। गनीमत रही कि डेरा प्रमुख के
भटिंडा (परमिंद्र): पंचकूला में हुई हिंसा कई गुना तक बढ़ सकती थी अगर भीड़ को दिशा-निर्देश देने वालों का काफिला पंचकूला पहुंच जाता। गनीमत रही कि डेरा प्रमुख के काफिले के साथ 200 से अधिक गाड़िों में आ रहे भीड़ को कंट्रोल करने वाले अधिकांश डेरा लीडरों को पुलिस ने रास्ते में ही रोक लिया।
इसी कारण भीड़ के पास अधिक हथियार भी नहीं पहुंच सके जो उक्त काफिले की गाडिय़ों में ही लाए जा रहे थे। उक्त खुलासा क्षेत्र के कुछ डेरा प्रेमियों ने किया है। कुछ डेरा समर्थकों ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि उन्हें दिशा-निर्देश देने के लिए डेरे के अधिकांश शीर्ष नेता गुरमीत राम रहीम के काफिले के साथ ही आ रहे थे।
सूत्रों की मानें तो डेरा से उक्त काफिले के साथ 800 गाडिय़ां रवाना हुई थीं। इनमें से अधिकांश गाडिय़ों को पुलिस व सुरक्षा बलों ने रास्ते में ही रोक लिया व पंचकूला के नजदीक पहुंचते-पहुंचते काफिले में लगभग 200 गाडिय़ां ही रह गईं। यही नहीं इनमें से अधिकांश गाडिय़ों को भी पंचकूला के बाहर ही रोक लिया गया व शहर में घुसने नहीं दिया। पता चला है कि इन गाडिय़ों में डेरा प्रमुख के बेहद नजदीकी व विश्वसनीय लोग सवार थे।