Edited By Updated: 26 Feb, 2017 11:32 AM
निकटवर्ती गांव तलवंडी पुरदल निवासी नौजवान राजनप्रीत सिंह (22) पुत्र जोगिन्द्र सिंह की स्पेन की राजधानी मैड्रिड में 12 नवम्बर 2016 को सड़क दुर्घटना में घायल होने के 15 दिन उपरांत मौत हो गई थी लेकिन अस्पताल की लापरवाही के बाद अदालती चक्कर में लटके इस...
नडाला (सुखजिन्द्र): निकटवर्ती गांव तलवंडी पुरदल निवासी नौजवान राजनप्रीत सिंह (22) पुत्र जोगिन्द्र सिंह की स्पेन की राजधानी मैड्रिड में 12 नवम्बर 2016 को सड़क दुर्घटना में घायल होने के 15 दिन उपरांत मौत हो गई थी लेकिन अस्पताल की लापरवाही के बाद अदालती चक्कर में लटके इस मामले के कारण मृतक के माता-पिता गत 3 महीने से बेटे का शव लेने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। इस संबंधी मृतक राजनप्रीत सिंह के मामा जोगा सिंह निवासी नडाला ने बताया कि उनके जीजा जोगिन्द्र सिंह 12 वर्ष पहले स्पेन गए थे एवं अब अपनी पत्नी व एक बेटी के साथ मैड्रिड में रहते हैं। उनका वहां अपना रैस्टोरैंट है।
गत वर्ष 12 नवम्बर को उनका बेटा राजनप्रीत सिंह अपने रैस्टोरैंट की स्कूटी पर किसी ग्राहक को पिज्जा डिलीवर करने जा रहा था कि एक कार चालक ने उसे टक्कर मार दी। परिजनों ने पुलिस की सहायता से घायल राजनप्रीत को अस्पताल पहुंचाया। दुर्घटना में नौजवान का हाथ टूट गया था व डाक्टरों ने हाथ का ऑप्रेशन करके उसे घर भेज दिया। 15 दिन बाद जब वह अस्पताल गया तो डाक्टरों ने चैक किया व हाथ पर लगे टांके खोल दिए और फिर उसे घर भेज दिया।
इस दौरान हुई किसी इन्फैक्शन के कारण राजनप्रीत की घर पहुंचने से पहले ही मौत हो गई। इसके उपरांत अस्पताल की लापरवाही का मामला अदालत में पहुंच गया। संबंधित जज ने स्पैनिश अस्पताल का बचाव करते हुए मृतक का शव देने से इंकार कर दिया। इस संबंधी परिवार द्वारा भारतीय दूतावास के पास भी पहुंच की गई लेकिन 3 महीने बीत जाने के बावजूद भी अभी तक वारिसों को शव नसीब नहीं हुआ। मृतक के माता-पिता ने भारत सरकार से मांग की है कि मामले में हस्तक्षेप कर उनके इकलौते पुत्र का शव दिलाया जाए ताकि वे उसका अंतिम संस्कार कर सकें।जोगा सिंह ने बताया कि यह मामला वह जल्द ही सांसद भगवंत मान व ‘आप’ नेता सुखपाल सिंह खैहरा के ध्यान में ला रहे हैं ताकि इस मसले का हल निकाला जा सके।