Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Aug, 2017 01:10 PM
सरकारी कालेजों में टीङ्क्षचग स्टाफ की सेवानिवृत्ति समय में यूनिवॢसटी ग्रांट कमीशन (यू.जी.सी.) के नियम लागू न किए जाने पर रोष पनपने लगा है। अलग-अलग स्टेटों में सेवानिवृत्ति के मामले में अलग-अलग आयु समय तय किए जाने को लेकर यह स्टाफ स्वयं के साथ सरकार...
तलवाड़ा (डी.सी.): सरकारी कालेजों में टीङ्क्षचग स्टाफ की सेवानिवृत्ति समय में यूनिवॢसटी ग्रांट कमीशन (यू.जी.सी.) के नियम लागू न किए जाने पर रोष पनपने लगा है। अलग-अलग स्टेटों में सेवानिवृत्ति के मामले में अलग-अलग आयु समय तय किए जाने को लेकर यह स्टाफ स्वयं के साथ सरकार द्वारा धक्केशाही किए जाने को मान रहा है।
बताया गया है कि सरकारी कालेजों में जब टीङ्क्षचग स्टाफ की नियुक्त करनी हो या फिर किसी की प्रमोशन करने की बात हो तो उस वक्त यू.जी.सी. के नियमों को अपनाया जाता है। पर जब टीचिंग स्टाफ में सेवानिवृत्ति का विषय सामने आता है तब पूरे देश में अलग-अलग राज्यों में वहां की सरकारें आयु सीमा अपनी मनमर्जी से तय कर रही हैं। टीङ्क्षचग स्टाफ सेवानिवृत्ति के लिए इस तरह से सरकारों द्वारा अपनी मर्जी के मुताबिक आयु सीमा तय करना अपने अधिकारों पर कुठाराघात होना महसूस कर रहा है। केंद्र सरकार से यह मांग की जाने लगी है कि वह इस गंभीर विषय में स्वयं दखलअंदाजी करके पूरे देश में सेवानिवृत्ति आयु सीमा एक समान तय करने में अपनी भूमिका निभाए।