Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Sep, 2017 04:52 PM
नगर निगम में की जा रही सफाई मुलाजिमों की भर्ती लंबे विवाद के बाद एक बार फिर से लटक गई है। उक्त भर्ती को लेकर 2 माह तक नगर
भटिंडा (परमिंद्र): नगर निगम में की जा रही सफाई मुलाजिमों की भर्ती लंबे विवाद के बाद एक बार फिर से लटक गई है। उक्त भर्ती को लेकर 2 माह तक नगर निगम मुलाजिमों तथा सफाई मुलाजिम यूनियन के दरमियान खींचतान चलती रही। नगर निगम को इस संबंध में एक 13 सदस्यों की कमेटी का गठन भी करना पड़ा जबकि सफाई मुलाजिम कई दिनों तक धरने प्रदर्शन करते रहे। अब नगर निगम ने मोहल्ला कमेटियां बनाकर 200 सफाई मुलाजिमों की भर्ती करने का प्रस्ताव पारित किया है।
सफाई मुलाजिमों ने किया था लंबा संघर्ष
उक्त सफाई मुलाजिमों की भर्ती को लेकर नगर निगम अधिकारी व नगर निगम की सफाई सेवक यूनियन के पदाधिकारी कई दिनों तक आमने-सामने रहे। अधिकारियों ने भर्ती के लिए एक 13 सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया जिसमें 8 पार्षदों को भी शामिल किया गया। सफाई मुलाजिम यूनियन का कहना था कि अधिकारी सफाई मुलाजिमों की भर्ती के अधिकार पार्षदों को दे रहे हैं जो उन्हें मंजूर नहीं हैं। इस बात को लेकर कई दिनों तक संघर्ष चलता रहा। सफाई मुलाजिमों ने निगम कार्यालय समक्ष कूड़े के ढेर लगा दिए थे।
निगम के पास नहीं है वेतन के लिए पैसा
नगर निगम ने अपने दस्तावेजों में माना है कि नगर निगम पहले ही वित्तीय संकट से जूझ रहा है। निगम का मौजूदा स्टाफ पर हो रहा खर्च भी अधिक है व ऐसे में और सफाई मुलाजिमों की भर्ती करना निगम के बस में नहीं। नगर निगम की ओर से अब पहले प्रस्तावित 328 सफाई मुलाजिमों की भर्ती करने की योजना को ठप्प कर दिया गया है।