Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Nov, 2017 02:09 PM
अध्यापन कार्य से जुड़े ब्लाक प्राइमरी शिक्षा अधिकारी के पद पर 2 महीने पूर्व जगराओं में नियुक्त हुए मास्टर रणजीत सिंह का अचानक हृदयाघात होने पर आज उन्हें उनके निवास स्थान से अश्रुओं भरी विदायगी दी गई। उल्लेखनीय है कि शिक्षा अधिकारी रणजीत सिंह ने अपना...
जगराओं(भंडारी): अध्यापन कार्य से जुड़े ब्लाक प्राइमरी शिक्षा अधिकारी के पद पर 2 महीने पूर्व जगराओं में नियुक्त हुए मास्टर रणजीत सिंह का अचानक हृदयाघात होने पर आज उन्हें उनके निवास स्थान से अश्रुओं भरी विदायगी दी गई। उल्लेखनीय है कि शिक्षा अधिकारी रणजीत सिंह ने अपना शरीर सी.एम.सी. अस्पताल को खोज कार्यों के लिए देने की घोषणा की हुई थी।
उन्होंने तर्कशील सोसायटी पंजाब की प्रेरणा से अपना तथा अपनी पत्नी का शरीर मरने के पश्चात दान देने की घोषणा पत्र भरा हुआ था। आज रणजीत सिंह के पुत्र अमृतपाल सिंह न्यूजीलैंड से आने पर सैंकड़ों लोगों, अध्यापकों व रिश्तेदारों की उपस्थिति में मास्टर रणजीत सिंह का शव सी.एम.सी. अस्पताल लुधियाना की ओर अंतिम यात्रा पर उन्हें अश्रुओं पूर्ण विदायगी दी गई।
इस अवसर पर इंकलाबी केंद्र पंजाब के नेता कंवलजीत खन्ना ने बताया कि पूर्ण रूप से तंदरुस्त मास्टर रणजीत सिंह को 18 नवम्बर प्रात: सैर करने के पश्चात घर पहुंचने पर अचानक दिल का दौरा पड़ा तथा उनकी मृत्यु हो गई। वह अपने पीछे अविवाहित 3 बच्चों तथा पत्नी रोती-बिखलती छोड़ गए। अंतिम विदायगी के अवसर पर मास्टर रणजीत सिंह अमर रहे तथा रणजीत सिंह की सोच को सलाम के नारों के मध्य उन्हें विदाई दी गई।