यूनिवर्सिटी के 26 अध्यापकों को जारी होंगे शो-काज नोटिस

Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 May, 2017 01:10 PM

punjabi university patiala

पंजाबी यूनिवर्सिटी के कामकाज को ढर्रे पर लाने के लिए सख्त फैसले ले रहे उच्च शिक्षा विभाग के सचिव व पंजाबी यूनिवर्सिटी के वाइस

पटियाला(राजेश): पंजाबी यूनिवर्सिटी के कामकाज को ढर्रे पर लाने के लिए सख्त फैसले ले रहे उच्च शिक्षा विभाग के सचिव व पंजाबी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर अनुराग वर्मा ने यूनिवर्सिटीके 26 अध्यापकों को शो-काज नोटिस जारी करने के आदेश जारी कर दिए हैं। वाइस चांसलर के ध्यान में यह बात आई थी कि पंजाबी यूनिवर्सिटी ने जो परीक्षाएं दिसम्बर 2016 में ली थीं उनके परिणाम मई महीने तक नहीं निकाले जा सके, जिसके कारण छात्र व उनके परिजन बेहद चिंतित हैं। लोगों से शिकायतें मिलने के बाद वी.सी. ने जब इस संबंधी पता किया तो पता चला कि यूनिवर्सिटी से संबंधित 26 अध्यापकों ने उत्तर पुस्तिकाएं चैक करने के लिए तो ले लीं परंतु चैक करके समय पर वापस नहीं भेजीं जबकि नियमों के मुताबिक निर्धारित समय के भीतर उत्तर पुस्तिकाएं चैकिंग करने के बाद वापस भेजनी होती हैं ताकि रिजल्ट समय पर घोषित किया जा सके।

वी.सी. यूनिवर्सिटी की कार्यप्रणाली से खुश नहीं 
वी.सी. यूनिवर्सिटी की परीक्षा शाखा की कार्यप्रणाली से खुश नहीं हैं। उन्होंने इसके लिए सीधे तौर पर कंट्रोलर को जिम्मेदार ठहराया है। परीक्षा केंद्र से उत्तर पुस्तिकाएं कलैक्ट करने के बाद इनको चैक करने के लिए 3 दिन के भीतर हर हाल में भेज दिया जाए। इसके साथ ही उत्तर पुस्तिकाएं चैक करने वाले अध्यापकों को कहा गया है कि वे उत्तर पुस्तिकाएं मिलने के 15 दिनों के भीतर इन्हें चैक करके वापस परीक्षा शाखा में भेजना यकीनी बनाएं। कंट्रोलर को निर्देश दिए गए हैं कि वह अध्यापकों के पुराने रिकार्ड को देखते हुए उन्हें उत्तर पुस्तिका की चैकिंग का काम दें। इसके साथ ही सहायक रजिस्ट्रार (सीक्रेसी) को आदेश दिए गए हैं कि उत्तर पुस्तिकाएं चैकिंग के लिए जाने के बाद वह खुद संबंधित अध्यापकों से टैलीफोनिक सम्पर्क करके उनका फालोअप करें व रोजाना की रिपोर्ट वाइस चांसलर को दें। 

पहली बार अध्यापकों पर कार्रवाई
पंजाबी यूनिवर्सिटी में हमेशा ही अध्यापकों का दबदबा रहा है। आम तौर पर अब तक नॉन-टीचिंग कर्मचारियों पर ही कार्रवाई होती थी जबकि पहली बार वाइस चांसलर ने अध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। यूनिवर्सिटी की राजनीति के चलते सभी अहम पोस्टों पर अध्यापक काबिज हैं, जिसके कारण अध्यापक वर्ग के खिलाफ कोई फैसला नहीं होता, सभी तरह के एक्शन नॉन-टीचिंग कर्मचारियों पर ही होते हैं। यूनिवर्सिटी की सभी अहम पोस्टों पर अध्यापक ही काबिज हैं। जो पोस्टें नॉन-टीचिंग की हैं उन पर भी अध्यापकों ने ही कब्जा किया हुआ है। जिसके चलते अध्यापकों पर कभी कार्रवाई नहीं होती। पंजाब सरकार ने मौजूदा समय सीनियर आई.ए.एस अधिकारी अनुराग वर्मा को वाइस चांसलर का चार्ज दिया हुआ है, जिसके चलते उन्होंने पहली बार यह दिलेराना कदम उठाया है।

 

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