Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Sep, 2017 07:54 AM
रेलवे स्टेशन के ठीक सामने स्थित जोगिन्द्र ढाबे पर सोमवार की रात्रि उस समय कहर बरपा जब थाना सिविल लाइन की पुलिस ने जमकर गुंडागर्दी दिखाई।
अमृतसर (संजीव): रेलवे स्टेशन के ठीक सामने स्थित जोगिन्द्र ढाबे पर सोमवार की रात्रि उस समय कहर बरपा जब थाना सिविल लाइन की पुलिस ने जमकर गुंडागर्दी दिखाई। ढाबा मालिक व उसके बेटे के साथ मारपीट का यह पूरा मामला थाना प्रभारी शिव दर्शन की आंखों के सामने हुआ, जिस दौरान दुकानदार की पगड़ी उतरी और उसे बुरी तरह से घसीटा गया, जबकि पुलिस का यह कहना है कि 11 बजे के बाद ढाबे खोले जाने पर पाबंदी लगाई गई है और वह खुले ढाबे को बंद करवा रहे थे।
देर रात तक चले इस मामले संबंधी जिले के सभी अधिकारियों को जानकारी मिली, बावजूद इसके कोई भी कार्रवाई नहीं हुई। मामले को रफा-दफा करने के लिए पुलिस ने ढाबा मालिक के साथ समझौता भी कर लिया, जबकि सी.सी.टी.वी. में कैद हुई इस घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। दूसरी तरफ पुलिस कमिश्नर एस.एस. श्रीवास्तव का कहना है कि पुलिस पार्टी 11 बजे के बाद ढाबों व अन्य खाद्य पदार्थों की दुकानों को बंद करवा रही थी। अगर इस तरह की कोई घटना हुई है तो उसके बारे में ए.डी.सी.पी. रैंक के अधिकारी को जांच कर रिपोर्ट बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
क्या हैं नियम?
जिला कचहरी के एडवोकेट राजदीप सूद से जब घटना संबंधी बात की गई तो उनका कहना था कि अगर 11 बजे के बाद खाद्य पदार्थों की दुकानें बंद करने का कानून है तो कोई भी ढाबा खुला नहीं रखा जा सकता, यदि कोई कानून का उल्लंघन करता है तो उसका चालान हो सकता है। इसमें जुर्माने का भी प्रावधान होता है, मगर किसी भी कानून में ढाबा खुला रखने वाले की मार-पीट करने का कोई प्रावधान नहीं है। पुलिस द्वारा की जा रही मारपीट की वायरल हुई वीडियो को देख बिना शिकायत के भी अधिकारी सू-मोटो लेकर कानूनी कार्रवाई कर सकते है। वीडियो में मार-पीट करने व युवक की पगड़ी उतरने के दृश्य सामने आ रहे हैं।
क्या है मामला?
पुलिस विभाग द्वारा शहर के ढाबे व अन्य खाद्य पदार्थों की दुकानों को 11 बजे के बाद खुला रखने पर पाबंदी के आदेश जारी किए गए हैं। रेलवे स्टेशन पर रात भर गाडिय़ों के आवागमन व दिल्ली व जम्मू, कटड़ा के लिए जाने वाली वीडियो बसों के कारण यात्रियों का आना-जाना लगा रहता है, जिस कारण स्टेशन के सामने दुकानें खुली रहती हैं।
रात्रि 11 बजे के करीब थाना सिविल लाइन के इंचार्ज शिव दर्शन की अध्यक्षता में एक पुलिस पार्टी रेलवे स्टेशन पहुंची, जहां जोगिन्द्र ढाबा खुला देख पुलिस टीम उसे बंद करवाने के लिए ढाबे में दाखिल हुई, जिस दौरान पुलिस टीम की ढाबा मालिकों के साथ किसी बात को लेकर बहस शुरू हुई, जो देखते ही देखते धक्का-मुक्की में बदल गई। पुलिस कर्मचारियों ने काऊंटर पर बैठे युवक को थप्पड़ जड़ उसे घसीटना शुरू कर दिया, जिस दौरान उसकी पगड़ी उतर गई।
उसी काऊंटर पर युवक का पिता जब बीच-बचाव के लिए आगे होकर हाथ जोडऩे लगा तो एक ए.एस.आई. रैंक के अधिकारी ने उसकी भी एक न सुनी और अपनी वर्दी का रोब दिखाता हुआ उस पर चिल्लाने लगा। मामला बिगड़ता देख थाना प्रभारी शिव दर्शन बीच-बचाव के लिए आगे हुआ और सभी पुलिस कर्मचारियों को समझाते हुए ढाबे से बाहर ले गया। इसके उपरांत थाने में बैठकर पुलिस व ढाबा मालिकों के बीच में समझौता शुरू हो गया।