Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Aug, 2017 10:15 AM
अपनी कारगुजारी को लेकर अक्सर ही चर्चा में रहने वाली पंजाब पुलिस ने एक नया कारनामा कर दिखाया है। ताजा मिसाल मंडी लाधूका में देखने
जलालाबाद (गुलशन): अपनी कारगुजारी को लेकर अक्सर ही चर्चा में रहने वाली पंजाब पुलिस ने एक नया कारनामा कर दिखाया है। ताजा मिसाल मंडी लाधूका में देखने को मिली है, जहां पर पति-पत्नी के बीच चल रहे घरेलू झगड़े के कारण राजनीतिक पहुंच रखने वाले प्रभावशाली व्यक्तियों के दबाव में आकर पुलिस प्रशासन ने मंडी के ही एक परिवार पर लड़ाई-झगड़े का फर्जी मुकद्दमा दर्ज कर दिया।
मुकद्दमा वापस लेने का बनाया दबाव
उधर पीड़ित परिवार पर मुकद्दमा दर्ज होने के बाद मंडी लाधूका के गण्यमान्यों ने पुलिस द्वारा दर्ज किए गए मुकद्दमे की ङ्क्षनदा करते हुए मामले की जांच के लिए पुलिस उपकप्तान फाजिल्का से अपील की। हद तो उस समय हो गई जब पुलिस ने मुकद्दमे की जांच के नाम पर खानापूर्ति करते हुए अदालत में पीड़ित लड़की द्वारा दायर किए गए दहेज के मुकद्दमे को वापस लेने के लिए लड़की के साथ-साथ उसके परिवार पर उलटा दबाव बनाना शुरू कर दिया। पीड़ित परिवार द्वारा अब इंसाफ के लिए राज्य सरकार के साथ-साथ पुलिस प्रशासन के उच्चाधिकारियों से फरियाद की जा रही है। फिलहाल पुलिस की इस कार्रवाई से मंडी लाधूका निवासियों में पुलिस प्रशासन के प्रति रोष की लहर देखने को मिल रही है। मंडी निवासियों ने पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए परिवार को न्याय दिलाने के लिए पंजाब सरकार के साथ-साथ पुलिस प्रशासन के उच्चाधिकारियों से गुहार लगाई है।
क्या है पूरा मामला
मंडी लाधूका निवासी गोबिंद रानी ने बताया कि वर्ष 2014 में उसकी शादी गांव नूरसमंद में हुई थी। विवाह के कुछ समय बाद ही उसके ससुराल परिवार ने उसे दहेज के लिए तंग-परेशान करना शुरू कर दिया व उससे मारपीट की जाती थी। ससुराल की प्रताडऩा से आहत होकर उसने फाजिल्का में माननीय अदालत में दहेज का मुकद्दमा दायर कर दिया। अदालत में मुकद्दमा दर्ज होने के बाद उसके ससुराल परिवार द्वारा उसे व उसके परिवार को झूठे मुकद्दमे में फंसाने की साजिश रची जा रही थी व उसके परिवार को लगातार धमकियां मिल रही थीं। बीती 10 जुलाई को जब उसका चाचा चन्द्रशेखर घर की ओर आ रहा था तो नकाबपोश मोटरसाइकिल सवारों ने उसे रास्ते में रोककर उससे मारपीट की, जिसकी शिकायत लेकर उसके चाचा चन्द्रशेखर कालड़ा चौकी लाधूका पुलिस के पास गए। इस दौरान उसका पति जाली चोटें मारकर फाजिल्का के सरकारी अस्पताल में दाखिल हो गया व अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए उन पर मारपीट का मुकद्दमा दर्ज करवा दिया।
क्या कहते हैं मंडी के दुकानदार
वहीं मंडी के दुकानदार बरमानंद चावला, पूर्व सरपंच करनैल सिंह, प्रेम नाथ मेहता, अंकित मक्कड़, अमर चंद मनचंदा, सुरिन्द्र्र मेहता, अश्विनी चावला, सुखदेव भूतना, सुच्चा सिंह, बिंटू काठपाल, बबली छाबड़ा, जीता सिंह, जसप्रीत सिंह व अन्य दुकानदारों ने पुलिस कार्रवाई की ङ्क्षनदा करते हुए बताया पुलिस द्वारा उक्त परिवार पर अवैध तौर पर मुकद्दमा दर्ज किया है। लड़ाई-झगड़े के मामले में कुछ नकाबपोश नौजवानों ने निहत्थे चन्द्रशेखर कालड़ा, जोकि मोटरसाइकिल पर अपने घर की ओर जा रहे थे, को रास्ते में रोककर मारपीट की। जबकि इसके उलट पुलिस द्वारा दायर किए गए मुकद्दमे में विश्वकर्मा चौक मंदिर चौक में घटना का जिक्र किया गया है, जबकि उस जगह पर कोई लड़ाई की घटना नहीं हुई, जिससे पुलिस की कार्रवाई संदेह के घेरे में आती है।
क्या कहते है डी.एस.पी.
वहीं इस संबंधी जब डी.एस.पी. नरिंद्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच एस.पी. अमरजीत सिंह द्वारा की जा रही है। पूरी रिपोर्ट तैयार होने के बाद ही अग्रिम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। अगर कोई आरोपी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।