Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Aug, 2017 02:50 AM
डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह राम रहीम को अदालत में दोषी करार देने के बाद जहां डेरा समर्थकों द्वारा पंजाब...
लुधियाना(बहल): डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह राम रहीम को अदालत में दोषी करार देने के बाद जहां डेरा समर्थकों द्वारा पंजाब, हरियाणा व राजधानी दिल्ली में हिंसा और आगजनी को अंजाम देने से देश को करोड़ों-अरबों रुपए का भारी नुक्सान झेलना पड़ा है, वहीं पंजाब की इंडस्ट्री एवं ट्रेड को भी इस पूरे घटनाक्रम में बगैर किसी कसूर के भारी आर्थिक हानि का शिकार होना पड़ा है।
जब भी ऐसे हालात बनते हैं तो इंडस्ट्री को हमेशा आसान टारगेट बना कर अटैक कर दिया जाता है। डेरा मुखी के बारे में सी.बी.आई. कोर्ट के फैसले से पूर्व ही पिछले 4-5 दिनों से कारोबारी गतिविधियां प्रभावित होने लगी थीं, लेकिन ताजा घटनाक्रम से आगामी 10 दिनों तक उद्योगों पर नकारात्मक प्रभाव से पंजाब की ट्रेड एवं इंडस्ट्री का चक्का जाम रहने के पूरे आसार बन गए हैं। इंडस्ट्री विशेषज्ञों के मुताबिक जहां सिरसा डेरा प्रकरण से पंजाब में निवेश पर भारी असर होगा, वहीं पंजाब में ट्रेड व इंडस्ट्री का 10,000 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित होने का अनुमान है और पंजाब की औद्योगिक राजधानी लुधियाना में 4,000 करोड़ रुपए की बिजनैस ट्रांजैक्शन प्रभावित होगी।
पंजाब में 72 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनैट सेवा और एस.एम.एस. पर रोक लगाने से बैंकिंग सिस्टम भी बेहद प्रभावित हुआ है। इस पूरे प्रकरण में हौजरी कारोबार को गहरा आघात पहुंचा है। पंजाब के कई शहरों में कफ्र्यू की स्थिति से बाहरी राज्यों से खरीदारी के लिए ग्राहकों का आना रुक गया है। ट्रांसपोर्ट कम्पनियों ने हिंसक घटनाओं और राष्ट्रीय राजमार्ग पर खतरे के मद्देनजर माल उठाने से इंकार कर दिया है और यह स्थिति आगामी कुछ दिनों तक बरकरार रह सकती है।
बैंकिंग सेवाएं हुईं प्रभावित, लुधियाना के ए.टी.एम. रहे बंद
शहर लुधियाना में शुक्रवार को दिनभर ए.टी.एम. सेवा ठप्प रही, जिससे जिला लुधियाना के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ा। डेरा मुखी राम रहीम को दोषी करार देने के बाद डेरा समर्थकों द्वारा हिंसक गतिविधियों के मद्देनजर कई बैंकों ने एहतियात के तौर पर दोपहर 3 बजे ही शटर डाऊन कर दिए, जिससे कारोबारियों को बेहद परेशानी झेलनी पड़ी और बैंक ट्रांजैक्शन व चैक क्लीयरिंग न होने से कारोबार को भारी नुक्सान हुआ।
लोहा बाजार का दिनभर शटर रहा डाऊन
डेरा प्रमुख संबंधी फैसले के मद्देनजर आज लोहा बाजार में कारोबार नहीं हो सका। लोहा मंडी गोबिंदगढ़ मार्कीट आज बंद रही, जिसके चलते स्थानीय लोहा मंडी भी रेट न मिलने के कारण बंद रही। गिल रोड पर स्टील और साइकिल कारोबार से जुड़ी अधिकतर दुकानें बंद रहीं, जबकि बाकी दुकानदारों ने डेरा प्रमुख संबंधी फैसले के बाद भड़की हिंसा के कारण दोपहर करीब 3 बजे दुकानों के शटर डाऊन कर दिए।