Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jul, 2017 11:02 AM
राज्य में गैंगस्टरों का खासा दबदबा चल रहा है। गैंगस्टर समय-समय पर आपसी दुश्मनी निकालते हैं और जब मन करता है कहीं न कहीं लूटपाट की वारदात कर रहे हैं।
जालंधर (पंजाब केसरी टीम) : राज्य में गैंगस्टरों का खासा दबदबा चल रहा है। गैंगस्टर समय-समय पर आपसी दुश्मनी निकालते हैं और जब मन करता है कहीं न कहीं लूटपाट की वारदात कर रहे हैं। तमाम कोशिशों के बावजूद पंजाब पुलिस राज्यवासियों को गैंगस्टरों के डर से बाहर नहीं निकाल पा रही है। ये गैंगस्टर फिल्मी स्टाइल में जेल ब्रेक जैसी वारदातें करने से भी परहेज नहीं कर रहे।
करीब 2 साल पहले तक राज्य में लूटपाट, मारपीट की वारदातें ही होती थीं। लेकिन अब गली-मोहल्लों में लडऩे-झगडऩे वाले लड़के आखिर राज्य के प्रमुख गैंगस्टरों की सूची में कैसे शामिल हो गए? इस संबंधी जालंधर से जुड़े गैंगस्टरों के बारे में पंजाब केसरी की टीम द्वारा तफ्तीश की गई। तथ्य यह सामने आया कि आज जिन प्रेमा लाहौरिया, पंचमनूर, गुरशरण सिंह भालू, दलजीत सिंह भाणा, सुक्खी विधिपुरिया के नाम से पुलिस भी हिल जाती है, दरअसल ये गैंगस्टर पुलिस की ही लापरवाही व नालायकी का नतीजा है।
अगर समय रहते पुलिस ने अपना काम सही ढंग से किया होता तो शायद आज इन नौजवानों के नाम गैंगस्टरों की लिस्ट में न होते। पंजाब पुलिस द्वारा पिछले समय के दौरान राज्य के 53 मोस्ट वांटेड गैंगस्टरों की लिस्ट जारी की गई है। पुलिस विभाग ने एक पॉकेट डायरी तैयार की है जिसमें हरेक पन्ने पर गैंगस्टर की तस्वीर व उसका बायोडाटा है। यह इसलिए है कि अगर पुलिस किसी अपराधी को पकड़ती है तो तुरंत उसका बायोडाटा गैंगस्टर डायरी के साथ मैच कर लिया जाए।