Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jun, 2017 12:27 PM
नजदीकी गांव भुट्टीवाला में पंजाब खेत मजूदर यूनियन द्वारा अपनी मांगों को लेकर राज्य की कैप्टन सरकार का पुतला फूंका गया व सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की गई। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पंजाब का जो बजट पेश हुआ है उसमें मजदूरों के...
श्री मुक्तसर साहिब(तनेजा): नजदीकी गांव भुट्टीवाला में पंजाब खेत मजूदर यूनियन द्वारा अपनी मांगों को लेकर राज्य की कैप्टन सरकार का पुतला फूंका गया व सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की गई। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पंजाब का जो बजट पेश हुआ है उसमें मजदूरों के समर्थन में कोई बात नहीं की गई व सरकार बनने से पहले मजदूर वर्ग के साथ कांग्रेस ने जो वायदे किए थे, उन्हें भुला दिया गया है। मजदूर नेताओं ने कहा कि सिर्फ 2 लाख रुपए के खेती कर्जे माफ किए गए हैं, जबकि पहले आढ़तियों के कर्ज भी माफ करने की बात हुई थी।
उन्होंने राज्य सरकार के इस बजट को मजदूर व किसान विरोधी करार दिया। इस अवसर पर बाज सिंह, भोला सिंह, छोटा सिंह, कर्म सिंह, सुखजीत कौर, मनप्रीत कौर, सुखपाल कौर, कर्मजीत कौर आदि उपस्थित थे। वहीं किसान वर्ग के साथ जुड़े खेत मजदूर भी लंबे समय से खेती क्षेत्र में पेश आ रही परेशानियों से दो-चार हो रहे हैं। खेती का मशीनीकरण होने से उनके काम के मौके कम हो रहे हैं। उक्त विचार पंजाब खेत मजदूर यूनियन के नेता तरसेम सिंह खुंडे हलाल, उत्तम सिंह, काका सिंह, काला सिंह, भजन सिंह, शिंद्रजीत कौर व जीतो कौर आदि ने गांव खुंडे हलाल में एक रोष प्रदर्शन के दौरान खेत मजदूरों को संबोधित करते व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने खेत मजदूरों को अनदेखा कर दिया है।
उन्होंने मांग की कि किसानों के सभी कर्जे माफ किए जाएं, खेत मजदूरों की आमदनी का स्थायी प्रबंध किया जाए, पंचायती जमीनों में से बेघर मजदूरों को प्लाट दिए जाएं, बिजली माफी, आटा-दाल योजना व अन्य योजनाओं का लाभ दिया जाए। इस अवसर पर खेत मजदूरों द्वारा पंजाब सरकार की अर्थी भी फूंकी गई व नारेबाजी भी की गई। प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में खेत मजदूर पुरुष, महिलाएं व बच्चे शामिल थे।