Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Mar, 2018 04:50 PM
पंजाब विधानसभा की कार्रवाई के तीसरे दिन अकाली नेता बिक्रम मजीठिया और नवजोत सिद्धू दरमियान शब्दिक जंग छिड़ गई।
चंडीगढ़(भुल्लर/ रमनदीप) :पंजाब विधानसभा की कार्रवाई के तीसरे दिन अकाली नेता बिक्रम मजीठिया और नवजोत सिद्धू दरमियान शब्दिक जंग छिड़ गई। अकाली दल द्वारा कहा जा रहा था कि केन्द्र सरकार ने लंगर और जीएसटी माफ करने का भरोसा दिया है कि यदि पंजाब सरकार ने यह फैसला लिया है तो वह भी इस और विचार करेंगे। इसके बाद स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिद्धू ने कहा कि इस क्रेडिट मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र को जाता है। नवजोत सिद्धू बोल ही रहे थे कि बिक्रम मजीठिया ने बात काटने की कोशिश की। नवजोत सिद्धू ने 4 बार उसे रोका और अपनी बात पूरी करने की कोशिश की परन्तु जब बिक्रम मजीठिया नहीं हटे तो सिद्धू ने गुस्से में बिक्रम को कहा कि तू उनी देर चुप नहीं करना जिनी देर तैनूं चिट्टे दा तस्कर कह के सम्बोदन न किता जावे।
इसके बाद सिद्धू लगातार मजीठिया को चिट्टे का तस्कर बताते रहे। इसके बाद सुखी रंधावा भी नवजोत सिद्धू के साथ आ खड़े हुए और इस बहस के बाद विधानसभा के स्पीकर राणा केपी की तरफ से इस हंगामे को रिकार्ड न करने की बात की गई। हंगामा इतना बढ़ गया कि आधे घंटे के लिए सदन की कार्रवाई स्थगित करनी पड़ी।