Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Jan, 2018 10:45 AM
आधार कार्ड को लेकर बेशक समय-समय पर केंद्र सरकार से लेकर भाजपा के लोग दावा करते रहे हैं कि आधार कार्डधारक का डाटा पूरी तरह से सुरक्षित है लेकिन मीडिया में आधार कार्ड के डाटा लीकेज को लेकर मचा बवाल भाजपा के लिए परेशानी का कारण बन गया है। मामले को लेकर...
जालंधर(पाहवा): आधार कार्ड को लेकर बेशक समय-समय पर केंद्र सरकार से लेकर भाजपा के लोग दावा करते रहे हैं कि आधार कार्डधारक का डाटा पूरी तरह से सुरक्षित है लेकिन मीडिया में आधार कार्ड के डाटा लीकेज को लेकर मचा बवाल भाजपा के लिए परेशानी का कारण बन गया है। मामले को लेकर भाजपा पंजाब की तरफ से मुंह नहीं खोला जा रहा है। मीडिया में इस बात को लेकर खुलासा हुआ है कि सिर्फ 500 रुपए लेकर गिरोह को चलाने वाले एजैंट लॉगइन आई.डी. और पासवर्ड मुहैया करवा रहे हैं जिसके जरिए किसी भी आधार नंबर की पूरी जानकारी ली जा सकती थी।
यह आधार कार्ड की गोपनीयता पर एक बड़ा सवाल है जिसका जवाब देने के लिए भाजपा के लोग तैयार तो नहीं हैं लेकिन सोशल मीडिया पर एक बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक आप मात्र 500 रुपए देकर किसी भी शख्स की आधार से जुड़ी जानकारी को खरीद सकते हैं। अंग्रेजी अखबार द ट्रिब्यून ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि उसके एक संवाददाता ने 500 रुपए में एक अज्ञात शख्स से व्हाट्सएप के जरिए एक ऐसा सॉफ्टवेयर लिया जिसके जरिए भारत के लगभग एक अरब लोगों की आधार डाटा की जानकारी ली जा सकती थी हालांकि आई.डी.ए.आई. ने इस रिपोर्ट को गलत बताया है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मात्र 500 रुपए में भारत में अब तक बनाए गए सभी के आधार के सारे विवरण को पढ़ा जा सकता था। रिपोर्ट में कहा गया है कि रिपोर्टर ने इस गिरोह को चलाने वाले एक एजैंट से सम्पर्क किया और उसे पेटीएम के जरिए 500 रुपए दिए।
10 मिनट के बाद एक शख्स ने उसे एक लॉगइन आई.डी. और पासवर्ड दिया। इसके जरिए पोर्टल पर किसी भी आधार नंबर की पूरी जानकारी ली जा सकती थी। इन जानकारियों में से नाम, पता, पोस्टल कोड, फोटो, फोन नंबर और ई-मेल शामिल है। यही नहीं जब उस एजैंट को 300 रुपए और दिए गए तो उसने ऐसा सॉफ्टवेयर दिया जिसके जरिए किसी भी शख्स के आधार को प्रिंट किया जा सकता था। भाजपा के नेताओं ने अब इस मामले में यू.आई.डी.ए.आई. की तरफ से जारी प्रतिक्रिया का हवाला देते हुए इस रिपोर्ट को गलत करार देना आरंभ कर दिया है। इससे पहले भी आधार डाटा के लीक होने की खबरें आई हैं। पिछले साल नवम्बर में भी यू.आई.डी.ए.आई. ने कहा था कि देश के नागरिकों का आधार डाटा सुरक्षित है। इस पूरे मामले पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विजय सांपला से सम्पर्क किया गया तो उनसे बात नहीं हो पाई। उनके पंजाब वाले मोबाइल नंबर पर उनके पी.ए. ने दिल्ली के नंबर पर सम्पर्क करने को कहा लेकिन वह नंबर बंद रहा। मामले को लेकर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ताओं से भी सम्पर्क की कोशिश की गई लेकिन उनसे भी सम्पर्क नहीं हो सका।