Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jul, 2017 11:43 AM
पुलिस कमिश्नर एस.एस. श्रीवास्तव ने आज अपने 3 माह पूरे करने के उपरांत शहर के आपराधिक ग्राफ की समीक्षा की और बताया कि 2016 के मुकाबले 2017 में हुए अपराधों में भारी अंतर आया है।
अमृतसर(संजीव) : पुलिस कमिश्नर एस.एस. श्रीवास्तव ने आज अपने 3 माह पूरे करने के उपरांत शहर के आपराधिक ग्राफ की समीक्षा की और बताया कि 2016 के मुकाबले 2017 में हुए अपराधों में भारी अंतर आया है। कमिश्नर उच्च अधिकारियों की पूरी टीम के साथ पुलिस लाइन में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि अपहरण, हत्या, हत्या प्रयास व दुष्कर्म जैसे संगीन मामलों में भी भारी कमी आई है। शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए अधिकारियों की एक विशेष टीम योजना के तहत काम कर रही है और आने वाले 3 माह में अपराधों में कमी के साथ-साथ ट्रैफिक व्यवस्था को भी सुधार लिया जाएगा। हालांकि उन्होंने शहर में हो रही लूट व चोरी की वारदातों में हो रही बढ़ौतरी को भी स्वीकार किया। उन्होंने बताया कि अपराधों के ग्राफ पर काबू पाने के लिए सभी अधिकारी एक विशेष रणनीति के अधीन काम कर रहे हैं, जिस अनुसार अपराधियों को नकेल डाली जा रही है।
मामलों के दर्ज होने की सच्चाई
पुलिस कमिश्नर एस.एस. श्रीवास्तव द्वारा हालांकि यह बात मानी गई है कि लूट व चोरी की घटनाओं में वृद्धि हुई परन्तु एक पहलू यह भी है कि चोरी व लूट के कई मामले दर्ज ही नहीं किए जा रहे हैं। इनमें से ही कुछ मामले हमारे ध्यान में आए हैं। उनके अनुसार, चौकी दुग्र्याणा के अधीन पड़ते क्षेत्र में हुई 4 वारदातों में एक भी मामला दर्ज नहीं हुआ। यह चौकी थाना सिविल लाइन के अधीन पड़ती है। चौकी इंचार्ज अज्ञात चोरों को पकडऩे का दावा कर रहे हैं इसलिए उनका कहना है कि मामले दर्ज नहीं हुए।
हिन्दुस्तान बस्ती के रहने वाले कीमती लाल का कहना है कि विगत रात्रि उसके घर से नकदी के साथ-साथ महंगा मोबाइल चोरी हुआ। बिल्ले ने बताया कि उसके घर से चोर कीमती सामान के साथ-साथ 2 मोबाइल चुरा कर ले गए। इसी तरह इस क्षेत्र की रहने वाली हिना का कहना है कि उसी रात उसके घर से करीब 16 हजार रुपए व एक मोबाइल फोन चोरी हुआ था।
दूसरी ओर बबली ने बताया कि चोर उसके घर से सोने के जेवर ले गए हैं। यहां यह बताने योग्य है कि तत्कालीन पुलिस कमिश्नर के समय हर रोज दर्जन से अधिक मामले विभिन्न थानों में दर्ज किए जाते थे जबकि इनमें अब भारी कमी हुई है और मामले 7-8 से अधिक नहीं दर्ज हो रहे। यहां यह एक गंभीर सवाल उठकर सामने आया कि कहीं पुलिस आपराधिक मामलों को कम तो नहीं दर्ज कर रही।
लुटेरे अब पहले हमला कर करते हैं घायल
किसी भी वारदात को अंजाम देने से पूर्व लुटेरे अब पहले उस व्यक्ति पर हमला कर उसे घायल करने का प्रयास करते हैं। इससे अब शहरवासी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। कई वारदातों में देखा गया है कि लुटेरे चाकू एवं रॉड से हमला कर पीड़ित को बुरी तरह लहूलुहान करते हैं और फिर लूट की वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं।
शहर के अपराधों के ग्राफ पर एक नजर
शहर में हो रही आपराधिक वारदातों पर नजर दौड़ाई जाए तो चोरी, लूट व स्नैङ्क्षचग के मामले जहां अधिक सामने आ रहे वहीं इन पर उच्च अधिकारियों को गहरे मंथन की भी जरूरत है। आज 21 जुलाई तक हुए अपराध की ओर देखें तो चोरी, लूट व स्नैङ्क्षचग के करीब 3 दर्जन मामले सामने आ चुके हैं और पुलिस इन मामलों को ट्रेस करने में अभी तक नाकाम है। इन वारदातों में पुतली घर स्थित एक घर में वृद्ध व्यक्ति को बंदी बनाकर 14 लाख रुपए लूट ले जाने व व्यापारी के कार्यालय से 10 लाख रुपए की चोरी के साथ-साथ सोने के जेवरों व कीमती सामान की चोरी शामिल है।