Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Nov, 2017 02:11 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पंजाब पुलिस से कहा कि वह कट्टरपंथी तत्वों द्वारा सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने के मामले को लेकर चौकस रहे क्योंकि कट्टरपंथी तत्वों द्वारा सोशल मीडिया के विभिन्न भागों जैसे फेसबुक आदि का अपने अभियान के लिए...
चंडीगढ़/जालंधर(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पंजाब पुलिस से कहा कि वह कट्टरपंथी तत्वों द्वारा सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने के मामले को लेकर चौकस रहे क्योंकि कट्टरपंथी तत्वों द्वारा सोशल मीडिया के विभिन्न भागों जैसे फेसबुक आदि का अपने अभियान के लिए दुरुपयोग किया जा रहा है।
उन्होंने पुलिस से कहा कि सर्दियों के मौसम को देखते हुए सीमा पार से होने वाली घुसपैठ को रोकने के लिए भारत-पाक सीमा पर अधिक चौकसी बरती जाए। मुख्यमंत्री ने आज डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा व विभिन्न पुलिस कमिश्नरों व एस.एस.पीज के साथ उज्ज स्तरीय बैठक की जिसमें मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव सुरेश कुमार, डी.जी.पी. इंटैलीजैंस दिनकर गुप्ता, डी.जी.पी. लॉ एंड ऑर्डर हरदीप ढिल्लों व अन्य अधिकारियों ने भाग लिया। सरकारी हलकों ने बताया कि बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का प्रमुख एजैंडा आतंकियों से संबंधित अपराधों को हर हाल में रोकना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 31 जनवरी को बठिंडा में मौड़ में हुए बम धमाके, भैणी साहिब से संबंधित माता चंद कौर की हत्या तथा लुधियाना में संत ढडरियां वाले पर हुए हमले को समयबद्ध ढंग से हल किया जाए। मुख्यमंत्री ने सभी पुलिस कमिश्नरों व एस.एस.पीज से कहा कि वे आतंकी तत्वों के साथ-साथ नशा तस्करों के खिलाफ भी शिकंजा कसें। अगर नशों से संबंधित किसी मामले में निम्र पुलिस अधिकारी तस्करों की मदद करता हुआ पाया गया तो उसके विरुद्ध सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। जेलों में आपराधिक गतिविधियों पर रोक लगाने संबंधी कड़े निर्देश जारी करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए टैक्नोलॉजी का सहारा लिया जाए व जेल नियमों की पुन: समीक्षा की जाए। उन्होंने पुलिस को गैंगस्टरों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए।
वी.आई.पी. के आगमन पर रूट लगाने की प्रथा खत्म हो
मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि उनकी सरकार वी.आई.पी. कल्चर को पूरी तरह से खत्म करने के लिए कटिबद्ध है। वी.आई.पीज के आगमन पर रूट लगाने की प्रथा को पूरी तरह से खत्म किया जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस का कार्य अपराधों से निपटना है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों को अपने जवानों को सप्ताह में एक छुट्टी अवश्य देनी चाहिए। उन्होंने विभिन्न जिलों में अच्छे प्रशासनिक कॉम्पलैक्स बनाने के लिए गृह विभाग को निर्देश दिए। उन्होंने गृह विभाग को राज्य में हथियारों के आंकड़ें इकट्ठे करने तथा हथियार डीलरों की पूरी जानकारी रखने के लिए भी कहा।
बेअदबी की घटनाओं के लिए डिप्टी कमिश्रर व पुलिस अधिकारी जिम्मेदार होंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में उनकी सरकार धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी को बिल्कुल सहन नहीं करेगी। राज्य में साम्प्रदायिक सौहार्द हर हाल में बनाकर रखा जाना चाहिए। अगर बेअदबी की कोई घटना हुई तो उसके लिए डिप्टी कमिश्ररों, पुलिस कमिश्ररों व संबंधित एस.एस.पीज को उत्तरदायी माना जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रशासन व पुलिस को सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाने चाहिएं। उन्होंने पुलिस को भ्रष्टाचार से पूरी तरह से दूर रहने के निर्देश भी दिए।
विधायकों व निर्वाचित प्रतिनिधियों को मिले पूरा सम्मान
मुख्यमंत्री ने आला पुलिस अधिकारियों से कहा कि राज्य में निर्वाचित विधायकों व अन्य प्रतिनिधियों को पूरा सम्मान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें विभिन्न जिलों से शिकायतें मिली हैं कि निर्वाचित प्रतिनिधियों को पूरा मान-सम्मान नहीं दिया जा रहा, इसलिए उनकी सरकार इस मामले में कोई भी ढील सहन नहीं करेगी। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधियों को भी पुलिस वर्दी व उनके अधिकारों का पूरा सम्मान करना चाहिए। फील्ड में तैनात पुलिस अधिकारियों तथा पुलिस मुख्यालय में बैठे अधिकारियों के बीच में लगातार वार्तालाप व संवाद की जरूरत है।