Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jun, 2017 10:01 AM
पंजाब सरकार ई-गर्वेनैंस प्रक्रिया को सुचारू ढंग से चलाने के लिए सभी सरकारी कामकाज में रावी फॉन्ट (यूनीकोड) के प्रयोग को सख्ती से लागू करेगी।
चंडीगढ़ : पंजाब सरकार ई-गर्वेनैंस प्रक्रिया को सुचारू ढंग से चलाने के लिए सभी सरकारी कामकाज में रावी फॉन्ट (यूनीकोड) के प्रयोग को सख्ती से लागू करेगी। इलैक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी अधिसूचना अनुसार शब्द संकेतीकरण मानकीकरण निश्चित किया है और ऐसा सभी सरकारी कार्यालयों, बोर्डज, कार्पोरेशनों, आयोगों आदि में सख्ती से लागू किया जाएगा।
यह जवाब स्वास्थय मंत्री ब्रहम महिंद्रा ने विधानसभा में ध्यान दिलाओ प्रस्ताव के संबंध में कैप्टन अमरेंद्र सिंह की तरफ से दिया। यह प्रस्ताव विधायक प्रौफेसर बलजिंदर कौर द्वारा उठाया गया जिस में कहा गया था पंजाबी में लिये जा रहे टैस्ट/परीक्षाओं के लिये रावी फौंट के प्रयोग को जरूरी बनाया गया है।
श्री मोहिंद्रा ने सदन में बताया कि सरकार अपनी ई-गवर्नेंस पहलकदमी के लिए विभिन्न यूनीकोड एप्लीकेशन/साफ्टवेयर विकसित करने की प्रक्रिया में है। सभी डिजीटल सेवांए और डिजीटल भुगतान के लिए विश्व स्तर पर और स्थानीय तौर पर फोंट के संबंध में अक्षरों के मानकीकरण इनकोडिग की जरूरत है जिसकी राज्य की आर्थिकता की राष्ट्रीय आर्थिकता और उससे आगे विश्व की आर्थिकता से अखंडता बनाने की जरूरत है।
मंत्री ने आगे बताया कि असीस और जॉय फोंट की जगह रावी को यूनीकोड फोंट के तौर पर चुना गया है। उन्होंने असीस और जॉय फोंटों में टेस्टों की तैयारी कर रहे बहुत से उम्मीदवारों के भविष्य को अस्त-व्यस्त करने के सदन के सदस्यों के तौखले को रद्द करते हुये सदन में भरोसा दिलाया कि गैर यूनीकोड फोंट का प्रयोग करने वाला कुछ सप्ताह में ही सरल ढंग से यूनीकोड फोंट भी टाइप कर सकता है।