Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jun, 2017 09:31 PM
पटियाला के प्राइवेट कालेज द्वारा छात्रवृत्ति संबंधी प्राप्त हुए फंडों में घपलेबाजी की.....
चंडीगढ़: पटियाला के प्राइवेट कालेज द्वारा छात्रवृत्ति संबंधी प्राप्त हुए फंडों में घपलेबाजी की जांच करने उपरांत पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग ने विजिलेंस जांच के आदेश दिए हैं। इस बात की जानकारी देते मंगलवार को यहां पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन राजेश बाघा ने बताया कि जिला पटियाला के एक कालेज के अनुसूचित जाति बीएड व ईटीटी के विद्यार्थियों से आयोग को शिकायत प्राप्त हुई थी कि कालेज द्वारा अनुसूचित जातियों के विद्यार्थियों से गैर कानूनी तौर पर फीसें ली जा गई है और दाखिला फ्री करने संंबंधी गलत ढंग से प्रचार करके विद्यार्थियों के साथ विश्वासघात किया गया है।
इस प्रकार पंजाब सरकार / भारत सरकार द्वारा छात्रवृत्ति संबंधी प्राप्त हुए फंडों में भी कालेज द्वारा घपलेबाजी की गई। उन्होंने बताया कि इस की पड़ताल जिला कल्याण अधिकारी पटियाला द्वारा निजी स्तर पर कालेज में जाकर की गई थी जिसमें पाया गया कि विद्यार्थियों से 39950 रुपए वार्षिक फीस ली गई और कोई भी रसीद नहीं दी गई तथा इसी प्रकार अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों से 6930 रुपए लिए गए और कोई भी रसीद नहीं दी। इस शिकायत की पड़ताल निदेशक शिक्षा विभाग पंजाब द्वारा भी करवाई गई थी। जिनकी पड़ताल का परिणाम स्वै: स्पष्ट नहीं था। बाघा ने बताया कि इस उपरांत शिकायत की पड़ताल राज सिंह सीनियर वाईस चेयरमैन एससी कमीशन और प्रभदयाल मेंबर एससी कमीशन पंजाब, चंडीगढ़ द्वारा की गई तथा छात्रवृत्तियों के फंडों में हुई घपलेबाजी साबित हुई। आयोग ने कल्याण विभाग को इस केस की जांच विजिलेंस विभाग से करवाने के निर्देश दिए हैं।