Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Sep, 2017 09:37 AM
अटारी बार्डर स्थित इंटैग्रेटेड चैक पोस्ट (आई.सी.पी.) पर कुलियों की तरफ से शुरु की गई हड़ताल का असर नजर आना शुरु हो गया है।
अमृतसर(नीरज): अटारी बार्डर स्थित इंटैग्रेटेड चैक पोस्ट (आई.सी.पी.) पर कुलियों की तरफ से शुरु की गई हड़ताल का असर नजर आना शुरु हो गया है। कुलियों की तरफ से पाकिस्तान से आने वाले ट्रकों की अनलोडिंग न होने से पाकिस्तानी आई.सी.पी. से ही भारतीय आई.सी.पी. की तरफ ट्रकों को नहीं भेजा जा रहा है जिससे पाकिस्तानी आई.सी.पी. में भारतीय व्यापारियों के 200 से ज्यादा ट्रक फंस गए हैं। यदि हालात सामान्य नहीं होते हैं तो स्थिति और ज्यादा बिगड़ सकती है।
पता चला है कि भारतीय व्यापारियों की तरफ से पाकिस्तानी सीमैंट, जिप्सम, ड्राई फ्रूट व रॉक साल्ट पाकिस्तान से आयात किया गया है लेकिन कुलियों की हड़ताल के कारण वे आई.सी.पी. में नहीं भेजे जा रहे हैं। कभी सी.डब्ल्यू.सी. की तरफ से मनमाने ढंग से अपने चार्जेज बढ़ाने तो कभी कुलियों की तरफ से हड़ताल किए जाने के कारण पाकिस्तान जैसे देश के सामने भी व्यापारिक रूप से छवि खराब हो रही हैै।
हालांकि व्यापारी नेता राजदीप सिंह उप्पल व प्रदीप सहगल की तरफ से सी.डब्ल्यू.सी. के अधिकारियों के साथ बैठक भी की गई लेकिन इसका कोई असर नहीं नजर आया। आने वाले दिनों में त्यौहारी सीजन भी शुरु होने वाला है, इन हालात में आयात-निर्यात पर ब्रेक लगने से व्यापारियों को काफी नुक्सन हो सकता है।
आई.सी.पी. अटारी पर होने वाले भारत-पाक कारोबार की बात करें तो जम्मू-कश्मीर के इस्लामाबाद व चकां दा बाग में होने वाले बार्टर ट्रेड के कारण पहले ही आई.सी.पी. अटारी के जरिए पाकिस्तान के साथ कारोबार करने वाले व्यापारियों को नुक्सान उठाना पड़ रहा है जबकि इस बार्टर की आड़ में स्मगलिंग भी हो रही है। पाकिस्तान के फुम्मीगेशन विभाग की तरफ से भी व्यापारियों को काफी परेशान होना पड़ रहा है क्योंकि पाकिस्तान ने कई भारतीय वस्तुुओं के आयात पर पाबंदी लगा दी है।