Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Mar, 2018 11:44 AM
जाब यूनिवर्सिटी में रविवार को 67वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। इस मौके पर पी.यू. के चांसलर व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इस दौरान कुल 824 स्टूडैंट्स को डिग्री बांटी गई। डिग्री पाने वालों में लड़कियों की संख्या अधिक...
चंडीगढ़(रश्मि हंस): पंजाब यूनिवर्सिटी में रविवार को 67वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। इस मौके पर पी.यू. के चांसलर व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इस दौरान कुल 824 स्टूडैंट्स को डिग्री बांटी गई। डिग्री पाने वालों में लड़कियों की संख्या अधिक रही। एजुकेशन में 34 में से 26 डिग्रियां लड़कियों को दी गईं। लॉ में 24 में से 18 डिग्री लड़कियों को तो 6 डिग्रियां लड़कों को मिलीं। फार्मास्यूटिकल विभाग में 9 डिग्रियां लड़कियों और 5 लड़कों को मिलीं। बिजनैस मैनेजमैंट में कुल 11 लड़कियों ने पीएच.डी. डिग्री हासिल की। लैंग्वेज में 43 में से 26 लड़कों व 17 लड़कियों को डिग्री दी गई।
इंजीनियरिंग में 14 में से 10 लड़कों को डिग्री दी गई। इनमें से 324 पीएच.डी. धारकों को डिग्री दी गई। इनमें से 224 लड़कियां थीं। यूनिवॢसटी की तरफ से 198 गोल्ड मैडल और 5 सिल्वर मैडल भी स्टूडैंट्स को दिए गए। 21 स्टूडैंट्स को कैश प्राइज, 18 को डैक्लामेशन प्राइज और 39 को मैरिट सर्टीफिकेट भी दिए गए। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने पद्मश्री मिल्खा सिंह को पंजाब विश्वविद्यालय खेल रत्न अवार्ड तथा भारत के पूर्व चीफ जस्टिस जगदीश सिंह खेहर को एल.एल.डी. की मानद डिग्री प्रदान की।
16 राज्यों के छात्रों को दी डिग्री
अफगानिस्तान से 1, ईरान से 7 और थाईलैंड से 1 स्कॉलर सहित 16 राज्यों के छात्रों को पीएच.डी. डिग्री दी गई। पंजाब 122 पीएच.डी. डिग्री के साथ सबसे आगे रहा जबकि यू.टी. चंडीगढ़ 56, हरियाणा 55 और हिमाचल प्रदेश 42 चौथे नंबर पर रहा। दीक्षांत समारोह में सबसे पहले चांसलर एवं उप-राष्ट्रपति ने कॉमर्स एवं मैनेजमैंट कालेज सैक्टर-50 की प्रिंसीपल को ऑनलाइन डिग्री देकर समारोह की शुरूआत की।
प्रतिभा को सम्मान देना भारत की परंपरा: नायडू
उपराष्ट्रपति और पी.यू. के चांसलर एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि उन्हें यहां आकर काफी खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि मिल्खा सिंह 90 साल के हैं और मैं अभी 68 साल का। मिल्खा सिंह ने जो कुछ भी हासिल किया है उसके लिए वह यहां आए हैं। प्रतिभा को स�मान देना भारत की परंपरा है। हमें अपनी विरासत और संस्कृति को हमेशा याद रखना है। पंजाब यूनिवॢसटी में सीनेट-सिंडिकेट शैक्षणिक सुधार और रिसर्च के अलावा आय के साधन जुटाने के तरीकों पर भी सोचा जाए।
79 साल के हरभजन को 33 साल बाद मिली पीएच.डी. डिग्री
79 साल के हरभजन सिंह शिन्ना को न्यू रिसर्च ऑन ‘क्वांटेटिव जैनेटिक्स ऑफ गीर कैटल’ विषय पर पीएच.डी. करने के लिए डिग्री मिली। हरभजन सबसे अधिक आयु के पीएच.डी. करने वाले व्यक्ति बन गए। उन्होंने यह डिग्री 33 वर्ष बाद पाई है।