Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Oct, 2017 11:18 AM
शाही शहर पटियाला में आज भी अंग्रेजों के समय में बनी 2 दर्जन से अधिक इमारतों में सरकारी दफ्तर और सरकारी स्कूल चल रहे हैं, जहां सैंकड़ों कर्मचारी और देश का भविष्य खतरे में समय व्यतीत कर रहा है।
पटियाला/रखड़ा(राणा) : शाही शहर पटियाला में आज भी अंग्रेजों के समय में बनी 2 दर्जन से अधिक इमारतों में सरकारी दफ्तर और सरकारी स्कूल चल रहे हैं, जहां सैंकड़ों कर्मचारी और देश का भविष्य खतरे में समय व्यतीत कर रहा है। पी.डब्ल्यू.डी. तथा बी. एंड आर. की तरफ से एक साल से भी अधिक समय पहले शहर की कई इमारतों को असुरक्षित घोषित कर दिया गया था।
बारादरी बाग में आई.जी. दफ्तर, नगर निगम की पुरानी लाइब्रेरी, किला चौक, थाना 2 नंबर डिवीजन, राजिंद्रा अस्पताल के सरकारी रिहायशी क्वार्टर, नॄसग होस्टल, संस्कृति महाविद्यालय सरहंदी बाजार, वूमैन सैल, वीर हकीकत राय में बनी पानी की टैंकी, सनौरी अड्डा में बनी पुरानी डिस्पैंसरी, फैक्टरी एरिया स्कूल की इमारत (जोकि अंग्रेजों के शासनकाल में खपरैलों की बनी हुई है) है। इसी तरह बड़ी नदी और छोटी नदी पर बने पुलों को सैंकड़ों ही साल बीत चुके हैं।
यह पुल उस समय के बने हुए हैं जब शहर अंदर आने-जाने के लिए रेहड़े, तांगे और बग्घियां चलती थीं। आज इन पुलों पर इतना यातायात बढ़ चुका है कि हर रोज सुबह के समय यहां जाम लगा होता है। इन इमारतों में सैंकड़ों कर्मचारी काम कर रहे हैं और हजारों बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं जिनको हर समय जान को खतरा बना रहता है। हैरानी की बात तो यह है कि प्रदेश में इमारतों के सेफ या असुरक्षित होने का सर्टीफिकेट देने वाले विभाग पी.डब्ल्यू.डी./बी. एंड आर. की रिपोर्टों को भी दरकिनार कर दिया गया। चाहे प्रदेश का मुख्यमंत्री शाही शहर पटियाला का बन गया है परंतु पटियाला की असुरक्षित इमारतों के हाल जैसे के तैसे ही हैं।
हैरीटेज इमारत को भी नहीं दी जा रही नई लुक
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के अपने जद्दी शहर में बारादरी बाग स्थित आई.जी. दफ्तर की इमारत को सरकार ने हैरीटेज इमारत घोषित किया हुआ है परंतु इस ऐलान के बावजूद इस इमारत की कोई देखभाल नहीं की जा रही है और न ही इसको कोई नई लुक देने की कोशिश की जा रही है।
सरकार किसी बड़े हादसे के इंतजार में
प्रदेश के मुख्य विभाग पी.डब्ल्यू.डी./बी. एंड आर. द्वारा इन इमारतों और पुलों को असुरक्षित घोषित कर दिया गया है, परंतु समय-समय की सरकारों की तरफ से इस तरफ कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिससे लगता है कि सरकार किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रही है।
पी.डब्ल्यू.डी. विभाग ने सरकार को ग्रांट हेतु लिखा पत्र
पी.डब्ल्यू.डी. के उच्चाधिकारियों ने शाही शहर पटियाला की असुरक्षित घोषित की गई इमारतों की हालत में सुधार करने के लिए सरकार को ग्रांट के लिए पत्र लिखा है। जिसमें लिखा है कि हैरीटेज इमारतों की हालत सुधारने के लिए जल्द से जल्द ग्रांट जारी की जाए ताकि शहर के लोगों को एक अच्छी सौगात दी जा सके ताकि पर्यटन को बढ़ावा मिल सके।