Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Jun, 2017 01:41 AM
पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने ‘आप’ तथा अकाली-भाजपा विधायकों के विधानसभा......
चंडीगढ़(पराशर): पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने ‘आप’ तथा अकाली-भाजपा विधायकों के विधानसभा में नकारात्मक रवैये की जोरदार निंदा की और कहा कि इससे लोकतंत्र का नाम बदनाम होता है और उनका सिर शर्म से झुकता है। शुक्रवार को प्रैस गैलरी लाऊंज में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मनप्रीत बादल ने कहा कि वह विधानसभा के 5वीं बार विधायक निर्वाचित हुए हैं लेकिन उन्होंने अपने लंबे राजनीतिक जीवन में विपक्ष का इस प्रकार का रवैया कभी नहीं देखा।
न केवल सदन की कार्रवाई किसी न किसी मुद्दे को लेकर नहीं चलने दी जा रही बल्कि माननीय स्पीकर पर भी दस्तावेज इत्यादि फैंककर उनका अनादर किया जा रहा है। मनप्रीत ने कहा कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह की सरकार को बने केवल 90 दिन हुए हैं इसलिए उसे अपने चुनावी वायदे इत्यादि पूरा करने हेतु पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए। मनप्रीत बादल ने आरोप लगाया कि अकाली नेता सदन में कर्जा माफी के मुद्दे पर बहस से भाग रहे हैं, उन्हें पता है कि किसानों की आत्महत्याओं के पाप का घड़ा उन्हीं के सिर फूटना है क्योंकि पिछले 10 सालों में सत्ता में रहने के बावजूद उनकी सरकार ने इस मुद्दे पर कुछ नहीं किया।
कांग्रेस नेता ने कहा कि बड़े अफसोस की बात है कि सुखबीर बादल जो पंजाब पर 25 सालों तक राज करने की डींगें हांकते थे अब उनका कुनबा अभी तक सदन में 25 मिनट तक भी नहीं बैठ सका। अकालियों ने पंजाब को 10 सालों तक जमकर लूटा है, अब वह किस मुंह से कहते हैं कि किसानों का कर्जा माफ होना चाहिए। उन्हें यह सब क्या पहले याद नहीं आया?