Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Jul, 2017 11:39 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह ने आढ़तियों को आह्वान किया है कि वह किसानों द्वारा लिए गए ऋण पर अधिक ब्याज की वसूली न करें तथा उन्हें भारी ऋणों में फंसे किसानों की मदद के लिए आगे आना चाहिए।
चंडीगढ़/जालंधर(भुल्लर,धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह ने आढ़तियों को आह्वान किया है कि वह किसानों द्वारा लिए गए ऋण पर अधिक ब्याज की वसूली न करें तथा उन्हें भारी ऋणों में फंसे किसानों की मदद के लिए आगे आना चाहिए।
फैडरेशन आफ आढ़ती एसोसिएशन आफ पंजाब के प्रतिनिधिमंडल ने आज मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह से मुलाकात की जिसमें मुख्यमंत्री ने उन्हें भरोसा दिया कि किसानों व आढ़तियों दोनों के हितों की रक्षा सरकार द्वारा की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को कर्जे के बोझ से बाहर निकालना चाहती है इसलिए पहले चरण में सरकार ने किसानों का 1500 करोड़ रुपए का कर्जा माफ कर दिया है।
उन्होंने आढ़तियों से कहा कि धान की खरीद की अगले मौसम में वह समुचित मात्रा में ट्रांसपोर्ट का प्रबंध करें क्योंकि राज्य सरकार ने ट्रक यूनियनों को खत्म कर दिया है। उन्होंने आढ़तियों से कहा कि कुछ लोग किसानों से डेढ़ प्रतिशत मासिक ब्याज दर वसूल कर रहे हैं जो कि वार्षिक 18 प्रतिशत बनती है। इस तरह किसानों का शोषण रोकने के लिए समाज विरोधी तत्वों को आढ़ती समुदाय से बाहर किया जाना चाहिए।
मंडी बोर्ड के चेयरमैन लाल सिंह इस बात पर सहमत हुए कि जिन किसानों ने आढ़तियों से ऋण लिया हुआ है उन्हें पासबुक जारी की जानी चाहिए ताकि किसानों को पता चलता रहे कि उन्होंने कितना ऋण वापस करना है। इससे किसानों का शोषण रुकेगा। आढ़तियों द्वारा वसूल की जा रही ब्याज दरों को सरल बनाने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने आढ़तियों से कहा कि वह अपना केस नवजोत सिद्धू, मनप्रीत बादल तथा तृप्त राजेंद्र बाजवा के नेतृत्व में बनी 3 सदस्यीय कमेटी के सामने रखें। बैठक में किसानों को चैक द्वारा सीधे भुगतान करने का मुद्दा भी मुख्यमंत्री के सामने उठा जिस पर कैप्टन ने कहा कि किसान इस बात के लिए स्वतंत्र हैं कि वह सीधी पेमैंट चाहते हैं या आढ़तियों की मार्फत। उन्होंने कहा कि धान खरीद के सीजन में पूर्व ट्रक यूनियनों को विघ्न नहीं डालने दिया जाएगा। धान की खरीद निर्विघ्न की जाएगी।
आढ़ती एसोसिएशन की ओर से प्रधान विजय कालड़ा, बाल किशन सिंगला व स्वर्ण सिंह ने सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों की सराहना की। उन्होंने कहा कि पूर्व अकाली सरकार ने तो आढ़तियों व किसानों के रिश्तों को तार-तार कर दिया था। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने गेहूं खरीद के 20 दिनों के भीतर 40,000 करोड़ का भुगतान किसानों को किया है। बैठक में आढ़तियों के अलावा सुरेश कुमार, अनिरुद्ध तिवारी, गुरकिरत कृपाल सिंह, विकास गर्ग, अमित ढाका व अन्य ने भी भाग लिया।